Edited By Anil Kapoor,Updated: 05 May, 2025 12:57 PM

Greater Noida News: उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 कोतवाली क्षेत्र में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मकान के शौचालय में वेस्टर्न टॉयलेट की सीट फटने से युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा शनिवार दोपहर करीब 3 बजे हुआ और इसे...
Greater Noida News: उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 कोतवाली क्षेत्र में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मकान के शौचालय में वेस्टर्न टॉयलेट की सीट फटने से युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा शनिवार दोपहर करीब 3 बजे हुआ और इसे शहर में इस तरह का पहला मामला माना जा रहा है।
फ्लश दबाते ही हुआ धमाका, युवक झुलसा
मिली जानकारी के मुताबिक, सेक्टर-36 स्थित मकान संख्या C-364 में रहने वाले सुनील प्रधान के बेटे आशू नागर (20) के साथ यह हादसा तब हुआ जब वह शौचालय में था। शौच करने के बाद जैसे ही उसने फ्लश चलाया, वेस्टर्न सीट धमाके के साथ फट गई और आग लग गई। आग की चपेट में आकर आशू का चेहरा, हाथ, पैर और निजी अंग झुलस गए। धमाके की आवाज सुनकर स्वजन मौके पर पहुंचे और किसी तरह उसे बचाकर जिम्स अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों के अनुसार युवक को पूरी तरह ठीक होने में समय लगेगा।
मीथेन गैस से विस्फोट की जताई गई आशंका
आशू के पिता सुनील प्रधान ने आशंका जताई कि हादसा मीथेन गैस के विस्फोट के कारण हुआ। उन्होंने बताया कि वॉशरूम और किचन के बीच बने शाफ्ट में एसी का एग्जॉस्ट लगा है और उसके पीछे ग्रीन बेल्ट है। उनका कहना है कि शौचालय का नियमित उपयोग होता है, फिर भी ऐसी घटना होना चिंताजनक है और जांच की मांग की जानी चाहिए।
सीवर सिस्टम की खामियों पर उठे सवाल
एक्टिव सिटीजन टीम के सदस्य हरेंद्र भाटी ने कहा कि ग्रेटर नोएडा का सीवर सिस्टम सही तरीके से काम नहीं कर रहा है। पहले वेंट पाइप लगाया जाता था जिससे सीवर गैस बाहर निकल सके, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा। पाइप के अंदर गैस फंसने से ऐसे विस्फोट हो सकते हैं।
डेढ़ साल से टूटी सीवर लाइन, कोई सुनवाई नहीं
स्थानीय निवासियों ने बताया कि पी-थ्री गोलचक्कर के पास पिछले डेढ़ साल से सीवर लाइन टूटी हुई है। कई बार शिकायत के बावजूद मरम्मत नहीं की गई। लोगों का आरोप है कि प्राधिकरण की लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ है।
प्राधिकरण ने शुरू की जांच
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने बताया कि यह घटना अपने आप में पहली है और प्राधिकरण इसकी जांच करेगा कि आखिर ऐसा हादसा क्यों हुआ।