Edited By ,Updated: 04 May, 2016 02:14 PM

मुगल बादशाह शाहजहां के उर्स की शुरूआत मंगलवार से हो गई। आमतौर पर पर्यटकों की चहलकदमी और शांत रहने वाला ताजमहल मंगलवार को शहनाई की सुरीली आवाज से गूंजता रहा...
आगरा: मुगल बादशाह शाहजहां के उर्स की शुरूआत मंगलवार से हो गई। आमतौर पर पर्यटकों की चहलकदमी और शांत रहने वाला ताजमहल मंगलवार को शहनाई की सुरीली आवाज से गूंजता रहा। नमाज के बाद दोपहर 2 बजे सालभर में पहली बार ताज की असली कब्र के तहखाने का रास्ता खुला। खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी ने शाहजहां और मुमताज की कब्र पर फूल, गुलाब जल, केवड़ा और इत्र चढ़ाए।
खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी के अध्यक्ष ताहिर उद्दीन ताहिर, सैयद मुन्नवर अली सहित अन्य लोगों ने शाहजहां की कब्र पर गुसल की रस्म अदा की। लोगों ने शाहजहां के दरबार में हाजिरी लगाकर दुआ मांगी। शाहजहां और मुमताज की कब्र पर फूलों की चादर चढ़ाई गई।