Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 19 Mar, 2024 10:44 AM
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बाबा बागेश्वर धाम के मुख्य पुजारी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में हैं। यहां श्री राम बालाजी धाम बाबा नीब करौरी आश्रम ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित हनुमंत कथा की। इस दौरान उन्होंने...
मुरादाबाद: बाबा बागेश्वर धाम के मुख्य पुजारी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में हैं। यहां श्री राम बालाजी धाम बाबा नीब करौरी आश्रम ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित हनुमंत कथा की। इस दौरान उन्होंने मुरादाबाद का नाम बदलने की मांग उठाई है। इसके लिए उन्होंने कई कारण भी गिनाए हैं।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि भारत में इतने नाम बदल गए। जब फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या हो सकता है। इलाहाबाद का नाम प्रयागराज हो सकता है तो मुरादाबाद को अब माधवनगर कर दिया जाए। कौन सी बड़ी बात है। इसके लिए धीरेंद्र शास्त्री ने कारण बताए हैं। बागेश्वर धाम के पुजारी ने कहा, "जिस नगर में सिद्धबली हनुमान मंदिर हो, हरिहर मंदिर हो, गड़गंगा हो, शीतला माता मंदिर हो, कालका माता मंदिर नीम करौली बाबा का मंदिर हो, माता गंगा जहां प्रकट हुई हों, ऐसे नगर को मुरादाबाद कहना इन मंदिरों की अवहेलना है। मुरादाबाद को माधव नगर कर देना चाहिए।
उन्होंने पहले दिन हनुमंत कथा एक ही चौपाई सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डरना पर सुनाई। इस चौपाई के एक-एक शब्द के अर्थ का भाव समझाया। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हनुमान की शरण में जो जाता है, उन्हें सातों सुखों की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि जो हनुमान जी की शरण में जाते हैं, हनुमान जी उसके रक्षक और राक्षसों के भक्षक हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि जहां बरसात नहीं होती वहां फसलें खराब हो जाती हैं, जहां भक्ति नहीं होती वहां नस्लें खराब हो जाती हैं। इसलिए यह तीन दिन मुरादाबाद वासियों के लिए खास होंगे। उन्होंने कहा कि लोग सनातन की बात करते हुए डरते हैं, टीका लगाने से डरते हैं। इस डर को खत्म करने को चौपाई की दूसरी पंक्ति- तुम रक्षक काहू को डरना का भाव समझाया।