Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 20 Sep, 2019 04:39 PM
उत्तर प्रदेश में मानसून के फिर से सक्रिय होने और पिछले दो दिन से लगातार हो रही बरसात से पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत राज्य के कई जिलों में लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है और सैंकडों एकड में लगी खडी फसल बर्बाद हो गई है। ब...
लखनऊः उत्तर प्रदेश में मानसून के फिर से सक्रिय होने और पिछले दो दिन से लगातार हो रही बरसात से पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत राज्य के कई जिलों में लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है और सैंकडों एकड में लगी खडी फसल बर्बाद हो गई है। बरसात,आकाशीय बिजली गिरने और बाढ से अबतक 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
मौसम विभाग के अनुसार बरसात का दौर अगले दो दिन और जारी रह सकता है।राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले के रामनगर और गौसपुर तहसील में कल देर रात बाढ का पानी घुस गया जिससे लोगों ने मवेशियों समेत सुरक्षित स्थानों पर शरण ली। बाराबंकी में घाघरा नदी खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।
मसौली बांध कटने से 100 बीघा में लगी खडी फसल बर्बाद हो गई है। बाराबंकी से हाईवे पर जाने वाले मुख्य मार्ग पर पानी भरा है ।सडकों पर पानी भर जाने से अब लोगों के पास नाव का ही सहारा है। प्रयागराज में गंगा और यमुना नदी में आई बाढ से लोगों के बेघर होने का सिलसिला जारी है। बाढ से 5लाख से अधिक की आबादी प्रभावित है।