Edited By Purnima Singh,Updated: 23 May, 2025 02:10 PM

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने गंभीर सुरक्षा चूक का खुलासा किया है .......
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने गंभीर सुरक्षा चूक का खुलासा किया है। बीते रविवार यानी 19 मई को एक अफगानी नागरिक को उस समय जाली भारतीय पासपोर्ट के साथ गिरफ्तार किया गया जब वह शारजाह जाने के लिए इंडिगो की फ्लाइट पकड़ने पहुंचा। इस शख्स की पहचान जंदुल्लाह उर्फ रेहान के रूप में हुई है। यह व्यक्ति अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत के चकन गांव का निवासी है। शुरुआती जांच के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया है।
यूं हुआ खुलासा
इमिग्रेशन अधिकारी विद्या राम शुक्ल ड्यूटी पर तैनात थे। इमिग्रेशन के दौरान आरोपी युवक ने खुद को बिहार निवासी ‘रेहान’ बताया, लेकिन उसकी बोली और भाषा अलग होने की वजह से इमिग्रेशन अधिकारी को उसपर शक हुआ। शक को पुख्ता करने के लिए जांच-पड़ताल की गई। जांच में पता चला कि उसके पास मौजूद सभी भारतीय दस्तावेज साल 2020 के बाद के हैं। जबकि वह भारत साल 2019 में ही छह दिन के मेडिकल वीजा पर आया था।
कबूलनामा कर देगा हैरान
जब आरोपी से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने खुद को अफगानी नागरिक बताया और स्वीकार किया कि उसका असली नाम जंदुल्लाह है। अपने कबूलनामे में उसने यह भी स्वीकार किया कि भारत में अवैध रूप से रहते हुए उसने फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और यहां तक कि पासपोर्ट भी बनवाया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए इमिग्रेशन अधिकारियों ने तुरंत पुलिस और खुफिया एजेंसियों को इसकी जानकारी दी।
अब उठ रहे ये सवाल
खुफिया एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि वह भारत में रहते हुए किन-किन शहरों में गया और किन लोगों के संपर्क में रहा। सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, जंदुल्लाह साल 2019 के अंत से ही भारत में अवैध रूप से रह रहा था। इतने लंबे समय तक वह कैसे बिना किसी संदेह के देश के अलग-अलग शहरों में घूमता रहा, यह सवाल सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बन गया है।