Edited By Ajay kumar,Updated: 16 Oct, 2019 06:53 PM
यूपी के जनपद कानपुर के सेन्ट्रल स्टेशन पर लीज के नाम पर टैक्स की चोरी की जा रही है। इसका खुलासा बुधवार जीएसटी टीम की छापेमारी में हो साफ हो गया है। जीएसटी टीम द्वारा सेन्ट्रल स्टेशन पर बिना अनुमति लिए छापेमारी...
कानपुर: यूपी के जनपद कानपुर के सेन्ट्रल स्टेशन पर लीज के नाम पर टैक्स की चोरी की जा रही है। इसका खुलासा बुधवार जीएसटी टीम की छापेमारी में साफ हो गया है। जीएसटी टीम द्वारा सेन्ट्रल स्टेशन पर बिना अनुमति लिए छापेमारी से उप मुख्य यातायात प्रबंधक खासे नाराज दिखे। जिससे यह लगता है कि टैक्स चोरी होने के खेल से वो भी अवगत हैं।
बिना परमिशन GST के हस्ताक्षेप से नाराज हुए प्रबंधक हिमांशु-
जानकारी मुताबिक कानपुर सेन्ट्रल स्टेशन प्लेटफार्म नंबर 7 पर जैसे ही कालिन्द्री एक्सप्रेस ट्रेन आई, वैसे ही पहले से स्टेशन पर मौजूद जीएसटी की टीम पार्सल यान के पास पहुंच गई। पार्सल यान खुलते ही जीएसटी ने 47 नगों को अपने कब्जे में ले लिया। माल छुड़ाने आए दलाल किसी भी नग का पर्चा नहीं दिखा सके, जिसकी वजह से जीएसटी के अधिकारियों ने माल को नहीं छोड़ा। इसकी भनक जैसे ही उप मुख्य यातायात प्रबंधक हिमांशु शेखर उपाध्याय को हुई तो वो खासे नाराज हो गए। उनकी नाराजगी देख जीएसटी के अधिकारी भी पीछे हट गए। जिसके बाद बगैर बिल के आया पूरा माल पार्सल घर में पहुंचा दिया गया।
रेलवे की मिलीभगत से की जा रही टैक्स की चोरी: GST टीम
जीएसटी ज्वाइंट कमिश्नर ने बताया कि कालिन्द्री एक्सप्रेस में लीज से माल आया है, जिसकी जांच करने के लिए ही उसको रोका गया है। आरआर बिल्टी मिलने के बाद जब रेलवे कहेगा तब इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। ज्वाइंट कमिश्नर ने खुद माना है कि जीएसटी की चोरी रेलवे की मिलीभगत से की जा रही है। रेलवे विभाग कहता है कि सारा माल आरआर से बुक होता है और उसी से ही आता है। इसलिए उसकी जांच की जाएगी। सेन्ट्रल स्टेशन पर जीएसटी की छापेमारी पर उप मुख्य यातायात प्रबंधक का कहना है कि उन्होंने परमीशन मांगी थी इसलिए उनको माल के जांच करने की अनुमति दी गई है।