Edited By Anil Kapoor,Updated: 14 Jul, 2025 01:07 PM

Balrampur News: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में धर्मांतरण के गंभीर आरोपों में फंसे जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को लेकर हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब सामने आया है कि छांगुर बाबा की नजदीकियां कुख्यात माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद से भी थीं।...
Balrampur News: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में धर्मांतरण के गंभीर आरोपों में फंसे जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को लेकर हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब सामने आया है कि छांगुर बाबा की नजदीकियां कुख्यात माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद से भी थीं। ये खुलासा 2014 के लोकसभा चुनाव से जुड़ा है, जब वह अतीक के लिए प्रचार करता नजर आया था।
अतीक अहमद के लिए चुनाव प्रचार में उतरा था छांगुर बाबा
मिली जानकारी के अनुसार, साल 2014 में जब अतीक अहमद समाजवादी पार्टी के टिकट पर श्रावस्ती लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहा था, तब छांगुर बाबा ने उसके लिए कई जनसभाएं कीं और मंच साझा किया। खासकर मुस्लिम बहुल इलाकों में छांगुर बाबा ने लोगों से अतीक को वोट देने की अपील की थी। हालांकि, उस चुनाव में समाजवादी पार्टी के अतीक अहमद को हार का सामना करना पड़ा और बीजेपी के उम्मीदवार दद्दन मिश्रा ने जीत हासिल की थी। बताया जा रहा है कि छांगुर बाबा की रणनीति और प्रचार भी अतीक को फायदा नहीं पहुंचा सका।
दद्दन मिश्रा का बयान –'छांगुर बाबा को था राजनीतिक संरक्षण'
अब इस मामले में बीजेपी के पूर्व सांसद और वर्तमान में बलरामपुर जिला पंचायत अध्यक्ष दद्दन मिश्रा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि छांगुर बाबा जैसे लोग पहले की सरकारों के संरक्षण में पनपे हैं। अब जब योगी सरकार ने इन पर शिकंजा कसा है, तो इनका असली चेहरा सामने आ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि छांगुर बाबा जैसे आरोपियों पर तो सख्त कार्रवाई हो ही, लेकिन साथ ही उन राजनीतिक दलों, नेताओं और अधिकारियों की भी जांच होनी चाहिए, जो इस जैसे लोगों को संरक्षण देते रहे।
पकड़े गए हैं कई आरोपी, ATS और ED भी जांच में जुटी
अब तक की जांच में पुलिस ने कई अहम गिरफ्तारियां की हैं। छांगुर बाबा (जलालुद्दीन), उसकी करीबी नीतू रोहरा, नीतू का पति जलालुद्दीन (अलग व्यक्ति), छांगुर बाबा का बेटा। इन सभी को पुलिस हिरासत में ले चुकी है और बाकी साथियों की तलाश जारी है।
100 करोड़ की फंडिंग और ISI से लिंक के संकेत
जांच में सामने आया है कि छांगुर बाबा के पास धर्मांतरण के काम के लिए 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की फंडिंग आई थी। इतना ही नहीं, उसके पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से संपर्क में होने के भी संकेत मिले हैं, जिसकी जांच ATS (एंटी टेररिज्म स्क्वॉड) और ED (प्रवर्तन निदेशालय) कर रही हैं।
बुलडोजर चला, गिराई गई कोठी
बलरामपुर में स्थित छांगुर बाबा की भव्य कोठी पर प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई की है। अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया है। यह कोठी धर्मांतरण नेटवर्क का मुख्य केंद्र मानी जा रही थी।