खादी बोर्ड के माध्यम से होगी यूपी के प्राइमरी स्कूलों में 70 लाख यूनीफार्म की सप्लाई: सिद्धार्थनाथ

Edited By Ajay kumar,Updated: 28 Jan, 2020 10:01 AM

supply of 70 lakhs uniforms to schools through khadi board siddharth nath

उत्तर प्रदेश सरकार ने इस साल सरकारी प्राइमरी स्कूलों में 70 लाख बच्चों की यूनीफार्म की सप्लाई हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग तथा खादी बोर्ड के माध्यम से किये जाने का निर्णय लिया है

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने इस साल सरकारी प्राइमरी स्कूलों में 70 लाख बच्चों की यूनीफार्म की सप्लाई हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग तथा खादी बोर्ड के माध्यम से किये जाने का निर्णय लिया है। राज्य के खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, वस्त्र उद्योग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई, निवेश प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य के प्राइमरी स्कूलों में बच्चों की यूनीफार्म का वितरण हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग तथा खादी बोर्ड के माध्यम से कराया जायेगा।       

उन्होंने बताया कि इस वर्ष 70 लाख यूनीफार्म की सप्लाई इन विभागों के माध्यम से किये जाने का निर्णय लिया गया है। अगले वर्ष से सम्पूर्ण यूनीफार्म का वितरण इन्हें संस्थाओं से कराया जायेगा। इससे प्रदेश में बुनकरों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे और बिचैलियों द्वारा लिये जाने वाले कमीशन पर भी अंकुश लगेगा। सिंह आज यहां विधान भवन में आज सरकारी स्कूलों में यूनीफार्म सप्लाई के संबंध में बैठक कर रहे थे। इस मौके पर बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश चन्द्र द्विवेदी भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि राज्य के प्राइमरी स्कूलों में एक करोड़ 80 लाख यूनीफार्म का वितरण होता है। हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग तथा खादी बोडर् के माध्यम से डेऊस आपूर्ति से उच्च गुणवत्ता के वस्त्र बच्चों को सुलभ होगा और प्रदेश में खादी वस्त्रों के उत्पादन मेें भी भारी बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने प्रथम चरण में चार जिलों के 07 ब्लाकों मे खादी बोर्ड के माध्यम से यूनीफार्म का वितरण कराया गया है।        

वस्त्रोद्योग मत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी 15 जून तक ड्रेस तैयार करा लिये जायं और 15 फरवरी को यूनीफार्म सप्लाई के संबंध में प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि यूनीफार्म की क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए। साथ पैकेजिंग भी आकर्षक बनाया जाय। ड्रेस आपूर्ति में पारदर्शिता बनी रहे, इसके लिए ठोस कठम उठाये जायं। प्रतिदिन होने वाले प्रोडक्शन पर नजर रखी जाय। राज्य में अधिक से अधिक यूनिटों को जोड़ा जाय। यूनीफार्म को स्कूलों तक पहुंचाने के भी बेहतर प्रबंध किये जायं। उन्होंने कहा कि हर हाल में 01 जुलाई से विद्यालयों में डेऊस वितरण का कार्य शुरू हो जाना चाहिए।

सिंह ने कहा कि प्राइमरी स्कूलों में स्वेटर का वितरण राज्य द्वारा किया जा रहा है, जबकि यूनीफार्म की आपूर्ति भारत सरकार के सहयोग से की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में केन्द्रीकृत टेण्डर प्रक्रिया के माध्यम से यूनीफार्म आपूर्ति के लिए भारत सरकार के साथ बैठक की जायेगी। इससे बेहतर क्वालिटी के ड्रेस की समय से स्कूलों में आपूर्ति सुनिश्चित होगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि यूनीफार्म आपूर्ति के संबंध में उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों का भी अध्ययन किया जाय। जिससे और अधिक गुणवत्तापरकर यूनीफार्म का वितरण सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई जनपदों में पर्याप्त संख्या में पावरलूम उपलब्ध हैं। यह व्यवस्था लागू होने से प्रदेश में निर्मित वस्त्र स्कूलों में पहुंचेगे। साथ ही प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। बैठक में प्रमुख सचिव, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग रमारमण, महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आन्नद सहित हस्थकरघा, वस्त्रोद्योग तथा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अधिकारी मौजूद थे। 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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