Edited By Ramkesh,Updated: 22 May, 2022 12:28 PM
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती बोलीं काफी समय बाद अब केन्द्र ने देश में हर तरफ बढ़ती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी व तनाव आदि की मार से त्रस्त बदहाल जीवन जीने को मजबूर लोगों को पेट्रोल-डीजल के शुल्क में थोड़ी राहत दी है, अब यूपी...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती बोलीं काफी समय बाद अब केन्द्र ने देश में हर तरफ बढ़ती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी व तनाव आदि की मार से त्रस्त बदहाल जीवन जीने को मजबूर लोगों को पेट्रोल-डीजल के शुल्क में थोड़ी राहत दी है, अब यूपी व अन्य राज्यों की जिम्मेदारी बनती है कि वे केन्द्र की बात मानकर इन पर तत्काल वैट कम करें। जिससे जनता को तत्काल जनता को महंगाई से राहत मिल सके।
उन्होंने ट्वीटक कर लिखा अब समय आ गया है कि केन्द्र व राज्य सरकारें, राजनीतिक स्वार्थ व आपसी नफा-नुकसान को त्यागते हुए, साथ मिलकर दिन-प्रतिदिन गंभीर होती जा रही इन राष्ट्रीय समस्याओं पर समुचित ध्यान दें, ताकि यहाँ आम जनजीवन सामान्य हो सके।
बता दें केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी पर कटौती कर दिया है। सराकर ने पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में 8 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर की कमी कर रहे हैं। इससे पेट्रोल की कीमत 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 7 रुपये प्रति लीटर कम हो जाएगी। इसका सरकार के लिए लगभग ₹ 1 लाख करोड़ प्रतिवर्ष का राजस्व निहितार्थ होगा। वहीं उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को एलपीजी सिलिंडर पर भी 200 रुपये प्रति सिलेंडर की सब्सिडी देने की घोषणा सरकार ने की है। उज्ज्वला योजना के 9 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को एक साल में 12 गैस सिलिंडरों पर यह सब्सिडी दी जाएगी। इससे सालाना लगभग ₹6100 करोड़ का राजस्व प्रभावित होगा। उन्होंने कहा कि इससे हमारी माताओं और बहनों को मदद मिलेगी।