Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 02 May, 2022 01:15 PM
कभी-कभी इंसान पर दुख इस तरह से हावी हो जाता है कि वह किसी के भी आगे नतमस्तक होने को मजबूर हो जाता है। इसका जीता जागता उदाहरण कानपुर में देखने को मिला है। जहां चकेरी में बेटी...
कानपुर: कभी-कभी इंसान पर दुख इस तरह से हावी हो जाता है कि वह किसी के भी आगे नतमस्तक होने को मजबूर हो जाता है। इसका जीता जागता उदाहरण कानपुर में देखने को मिला है। जहां चकेरी में बेटी के अपहरण के 12 दिन बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित मां ने जिलाधिकारी नेहा शर्मा के पैर में गिरकर न्याय की गुहार लगाने लगी। ऐसे में जिलाधिकारी ने तुरंत महिला को पकड़कर उठाया और उससे मामले की पूरी जानकारी ली। डीएम ने महिला को कार्रवाई का आश्वासन दिया।
जानकारी के मुताबिक, चकेरी के देवीगंज भट्टा निवासी रामकुमारी कठेरिया ने बताया कि उनकी 19 वर्षीय बेटी अंजू घरों में चौका-बर्तन करती है। बीती 19 अप्रैल को वह काम पर गई लेकिन घर नहीं लौटी। बेटी की तलाश शुरू की तो पता कि पटेल नगर स्थित एक टेंट हाउस में काम करने वाला कन्हैया बाल्मीकि उनकी बेटी को बहलाकर अपने साथ ले गया है। उन्होंने कन्हैया के खिलाफ बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया। आरोप है कि पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर ली लेकिन कार्रवाई नहीं की।
इस बारे में थाना प्रभारी मधुर मिश्रा ने बताया कि पीड़िता की बेटी की तलाश की जा रही है। डीएम नेहा शर्मा संबंधित थाना पुलिस को कार्रवाई करने के लिए कहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।