Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 23 Apr, 2020 02:46 PM
कोरोना वायरस के चलते पूरे देश को 3 मई तक लॉकडाउन किया गया है। इस बन्दी में सबसे अधिक मार रोज कमाने और खाने वालों को हो रही है। रिक्शा चालक भी लॉकडाउन की मार झेल रहे हैं। लॉकडाउन में रिक्शों के पहिए भी ‘लॉक हो गए हैं। शहर में सैकड़ों रिक्शा चा...
मिर्जापुरः कोरोना वायरस के चलते पूरे देश को 3 मई तक लॉकडाउन किया गया है। इस बन्दी में सबसे अधिक मार रोज कमाने और खाने वालों को हो रही है। रिक्शा चालक भी लॉकडाउन की मार झेल रहे हैं। लॉकडाउन में रिक्शों के पहिए भी ‘लॉक हो गए हैं। शहर में सैकड़ों रिक्शा चालकों के सामने रोजी के साथ रोटी का भी संकट खड़ा हो गया है।
ऐसे में कुछ तो घर चले गए हैं और कुछ रिक्शा मालिक के यहां पड़े रहते हैं। कोई सरकारी अमला आता है तो चार पूड़ी दे जाता है तो खाकर दिन काट लेता है, लेकिन जब रिक्शा चालक घर जाता है तो बच्चे पूछते पापा क्या लाए हो, तो उसके मुख से यहीं शब्द निकलते हैं कि बेटा पैसा नहीं है।
पथरहिया फ्लाई ओवर के नीचे रहने वाले रिक्शा चालकों ने बताया की गर्मी, सर्दी और बरसात चाहे जो मौसम हो हम दिनभर रिक्शा चलाते हैं। इसी कमाई से परिवार और अपना पेट भरते हैं लेकिन लॉकडाउन में रिक्शा निकालना संभव नहीं हो रहा है। जिससे परेशानी हो रही है।