Edited By PTI News Agency,Updated: 15 Oct, 2020 09:23 PM
लखनऊ, 15 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संस्कृत विद्यालयों की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के निर्देश देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि संस्कृत के उन्नयन के लिए इसे आधुनिकता से जोड़ा जाना जरूरी है।
लखनऊ, 15 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संस्कृत विद्यालयों की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के निर्देश देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि संस्कृत के उन्नयन के लिए इसे आधुनिकता से जोड़ा जाना जरूरी है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने संस्कृत भाषा के उन्नयन के लिये अपनी सरकार की संकल्पबद्धता जताते हुए कहा कि इस देवभाषा के उन्नयन के लिए इसे आधुनिकता से जोड़ना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कृत विद्यालयों का पाठ्यक्रम ऐसा होना चाहिए, जिससे शिक्षा को गुणवत्तापरक बनाते हुए विद्यार्थियों का भविष्य भी बेहतर हो सके।
उन्होंने कहा कि दुनिया मान रही है कि संस्कृत ही कम्प्यूटर की सबसे सुगम भाषा हो सकती है, इसलिए संस्कृत विद्यालयों में पारम्परिक पठन-पाठन के साथ-साथ विज्ञान, कम्प्यूटर तथा गणित की शिक्षा प्रदान करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसके जरिये संस्कृत का आधुनिकता और पुरातन के साथ सामंजस्य स्थापित हो सकेगा।
योगी ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार संस्कृत भाषा के उन्नयन के लिए कृतसंकल्पित है और इसके मद्देनजर राज्य सरकार ने अनेक निर्णय लिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कृत विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की आवश्यकताओं के अनुरूप उनके लिए रहने और खाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में स्वयंसेवी संस्थाओं तथा सीएसआर फण्ड का सहयोग भी प्राप्त किया जाए।
योगी ने कहा कि वर्तमान सरकार के सकारात्मक रुख के कारण ही माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद का गठन सम्भव हुआ है। उन्होंने कहा कि माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद के गठन से परीक्षाएं समय पर सम्पन्न हो रही हैं तथा इनके परिणाम भी समय पर आ रहे हैं।
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