Edited By Ramkesh,Updated: 14 Oct, 2024 07:24 PM
सेंट्रल जेल से भागे हत्यारोपी हरपाल की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी अनुराग आर्य ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। हरपाल को पकड़ने के लिए एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की टीम सक्रिय रूप से तलाश में जुट गई है।
बरेली (मो0 जावेद खान ): सेंट्रल जेल से भागे हत्यारोपी हरपाल की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी अनुराग आर्य ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। हरपाल को पकड़ने के लिए एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की टीम सक्रिय रूप से तलाश में जुट गई है।
गुरुवार को सेंट्रल जेल से हुआ था फरार
गुरुवार शाम करीब 4 बजे हरपाल, जो कि उम्रकैद की सजा काट रहा था, जेल के कृषि क्षेत्र में काम के दौरान फरार हो गया। इस घटना के बाद जेल प्रशासन ने एक वार्डर को निलंबित कर दिया है। हरपाल और उसके तीन अन्य साथियों के खिलाफ इज्जतनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस लगातार उसकी खोज में जुटी है, लेकिन अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। एसएसपी अनुराग आर्य ने रविवार को उसकी गिरफ्तारी के लिए इनाम की घोषणा की।
पिछले साल कोर्ट ने दी थी उम्र कैद की सजा
फतेहगंज पूर्वी के खनी नवादा गांव निवासी हरपाल को पिछले साल हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। 2 जुलाई 2023 को उसे सेंट्रल जेल भेजा गया था। तीन दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस और जेल प्रशासन उसे पकड़ने में असफल रहे हैं। अब जेल प्रबंधन हेड वार्डर से भी पूछताछ कर रहा है। जेल नियमों के अनुसार, कैदियों को जेल के अंदर और बाहर ले जाने की पूरी जिम्मेदारी वार्डर, हेड वार्डर और बंदी रक्षकों की होती है।
2017 में सोनपाल की हत्या के आरोप में जेल में है बंद
2017 में हरपाल ने अपने साथियों गिरीश और रघुवर के साथ मिलकर लिंटर डालने को लेकर हुए विवाद के दौरान सोनपाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसके चलते उसे उम्रकैद की सजा हुई। जेल में उसे कृषि कार्य की जिम्मेदारी दी गई थी, और गुरुवार को अन्य 40 कैदियों के साथ उसे भी कृषि कार्य के लिए बाहर निकाला गया था, लेकिन इसी दौरान वह भाग निकला। उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी जेल वार्डर अजय कुमार प्रथम, हेड वार्डर महावीर प्रसाद, कृषि सुपरवाइजर अनिल कुलार और फार्म लिपिक धर्मेंद्र कुमार पर थी।