Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 07 Aug, 2020 02:44 PM
लोकसभा के पिछले चुनाव में मात्र पांच सीट पर सिमट गई समाजवादी पार्टी की ताकत राज्यसभा में भी लगातार कम होती जा रही है। वेनी प्रसाद वर्मा और अमर सिंह के निधन से रिक्त हुई सीट भी भारतीय जनता पार्टी के पास जाना तय है...
लखनऊः लोकसभा के पिछले चुनाव में मात्र पांच सीट पर सिमट गई समाजवादी पार्टी की ताकत राज्यसभा में भी लगातार कम होती जा रही है। वेनी प्रसाद वर्मा और अमर सिंह के निधन से रिक्त हुई सीट भी भारतीय जनता पार्टी के पास जाना तय है। इसके अलावा आगामी नवम्बर में नौ सीटों पर होने वाले राज्यसभा के चुनाव में भी सपा मुश्किल से दो सीट जीत पायेगी।
वेनी प्रसाद वर्मा और अमर सिंह का कार्यकाल 4 जुलाई 2022 तक था। अब इन दो सीट पर उपचुनाव होना है। वेनी प्रसाद वर्मा वाली सीट पर तो उपचुनाव की घोषणा भी हो गई है ।उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिये 31 सदस्य चुने जाते हैं जिनमें दो सीट अभी खाली है। शेष 29 सीटों में भारतीय जनता पार्टी के पास 15,सपा के पास 8,बसपा के पास चार, और कांग्रेस के पास दो सीट है। इनमें 9 सदस्यों का कार्यकाल आगामी 25 नवम्बर को खत्म हो रहा है।
इनमें सपा के चार, भाजपा के दो,बसपा के दो और कांग्रेस के एक हैं। विधानसभा में सपा के 45 विधायक हैं ,इस लिहाज से उनके एक सदस्य का तो चुना जाना तय है ।कांग्रेस,रालोद के साथ मिलकर सपा एक और सीट जीत सकती है। दूसरी ओर भाजपा को सात से आठ सीट पर जीत मिल सकती है।