Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 15 Oct, 2020 12:16 PM
एक तरफ किसान बिल को लेकर देशभर में हो-हल्ला मचा हुआ है। वहीं किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए मोदी सरकार लगातार कदम उठा रही है। केंद्र सरकार ने किसान...
यूपी डेस्कः एक तरफ किसान बिल को लेकर देशभर में हो-हल्ला मचा हुआ है। वहीं किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए मोदी सरकार लगातार कदम उठा रही है। केंद्र सरकार ने किसान रेल के जरिये अधिसूचित सब्जियों और फलों के परिवहन पर 50 फीसदी सब्सिडी देना का ऐलान किया।
बता दें कि इसके बाद किसानों को दी जाने वाली सब्सिडी का फैसला कल से ही लागू भी हो गया है। आसान शब्दों में समझें तो अब भारतीय रेल से सब्जियों और फलों के परिवहन पर किसानों को पहले के मुकाबले 50 फीसदी कम किराया चुकाना होगा। इससे किसानों की आय में सीधी बढ़ोतरी होगी।
इन सब्जियां व फल हैं शामिल
केंद्र सरकार ने परिवहन पर 50 फीसदी सब्सिडी के दायरे में आम, केला, अमरूद, कीवी, लीची, पपीता, मौसमी, नारंगी, किनू, नींबू, अन्नानास, अनार, कटहल, सेव, बादाम, ओनला, पेशन फ्रूट और नाशपाती को शामिल किया है। वहीं सब्जियों में फ्रेंच बीन, करेला, बैंगन, शिमला मिर्च, गाजर, फूल गोभी, हरी मिर्च, भिंडी, खीरा, मटर, लहसून, प्याज, आलू और टमाटर के परिवहन पर किसानों को तुरंत सब्सिडी देने का प्रावधान किया गया है। कृषि मंत्रालय राज्य सरकारों की सिफारिशों के आधार पर इस सूची में नये फलों व सब्जियों को शामिल किया जा सकता है।
अब तक चार किसान ट्रेनों को मिल चुकी है हरी झंडी
किसानों की आमदनी बढ़ाने, बाजारों तक कृषि उपज की पहुंच बनाने और उपभोक्ताओं को सस्ता फल व सब्जी उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने किसान स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया। अब तक चार किसान ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई जा चुकी है। महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर के बीच देश की पहली किसान ट्रेन 7 अगस्त को शुरू की गई थी. इसके बाद 9 सिंतबर को दूसरी किसान ट्रेन आंध्र प्रदेश के अनंतपुर से दिल्ली के आदर्शनगर के बीच चलाई गई। फिर तीसरी किसान रेल बेंगलुरू से दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन के बीच चलाई गई। वहीं आज नागपुर से दिल्ली के आदर्शनगर के लिए चौथी किसान ट्रेन रवाना की गई।