Edited By Anil Kapoor,Updated: 15 Oct, 2023 10:17 AM
Mirzapur News: आज से शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो गया है। मिर्जापुर के विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में भी नवरात्रि के पहले दिन आधी रात से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। लंबी-लंबी लाईनों में लगकर श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी की एक झलक पाकर .....
(बृज लाल मौर्य) Mirzapur News: आज से शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो गया है। मिर्जापुर के विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में भी नवरात्रि के पहले दिन आधी रात से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। लंबी-लंबी लाईनों में लगकर श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी की एक झलक पाकर निहाल हो रहे हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच नवरात्रि के पहले दिन भक्त शैलपुत्री स्वरूप का दर्शन कर रहे हैं। मान्यता है कि आज के दिन मां विंध्यवासिनी का दर्शन करने से श्रद्धालुओं की मन से मांगी मुरादे मां पूरी करती है।
विंध्याचल धाम का देश के धार्मिक स्थलों में है एक अलग स्थान
नवरात्र में मां के अलग -अलग रूपों की पूजा की जाती है। विंध्याचल धाम का देश के धार्मिक स्थलों में एक अलग स्थान है। यह केवल तीर्थ नहीं बल्कि प्रमुख शक्तिपीठ है।वर्ष में पड़ने वाले नवरात्र में लगने वाले विशाल मेले में दूर दूर से भक्त माँ के दर्शन के लिए आते हैं। रविवार को उदया तिथि में शारदीय नवरात्र भोर की मंगला आरती से आरम्भ हो गया है। आधी रात से ही श्रद्धालु आना शुरू हो गए थे लंबी-लंबी लाइन में लगकर हाथों में नारियल चुनरी लेकर मां की दरबार में पहुंचकर मां का एक झलक पाकर निहाल हो रहे हैं। नवरात्र में आदिशक्ति के नौ रूपों की आराधना यहां पर होगी पहले दिन हिमालय की पुत्री पार्वती अर्थात शैलपुत्री के स्वरूप का सविधि पूजन अर्चन करने का विधान है। प्रत्येक प्राणी को सदमार्ग पर प्रेरित वाली माँ का यह स्वरूप सभी के लिए वन्दनीय है। आज के दिन मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।
माँ विंध्यवासिनी का प्रथम दिन शैलपुत्री के रूप में पूजन व अर्चन किया जाता
अनादिकाल से भक्तों के आस्था का केंद्र बने विन्ध्य पर्वत व पतित पावनी माँ भागीरथी के संगम तट पर विराजमान माँ विंध्यवासिनी का प्रथम दिन शैलपुत्री के रूप में पूजन व अर्चन किया जाता है। धर्माचार्य मिट्ठू मिश्रा बताते हैं कि माता को आज रंग पीला,पुष्प अपराजिता और कमल के साथ भोग में गाय के दूध घी से निर्मित पकवान अर्पित करने से मां प्रसन्न होती है। साथ ही बताया कि इस बार की नवरात्रि में मां हाथी पर सवार होकर आ रही हैं आगमन का जो सवारी है वह शुभ संकेत देने वाला हैं। किसान भाइयों को बहुत ही कृपा आशीर्वाद प्राप्त होगी और माता अन्नपूर्णा का कृपा आशीर्वाद हम सबके ऊपर बना रहेगा और यह शुभ संकेत हम लोगों के जीवन में समृद्धि लाने वाला है और विपुल संप्रदाय ईश्वर के वृद्धि करने वाला है। नवरात्र के प्रथम दिन शैलपुत्री स्वरूप देवी की पूजा इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर कीजिए माता रानी प्रसन्न होगी।
सिद्धपीठ में देश के कोने -कोने भक्त आकर माँ का दर्शन पाकर हो रहे हैं निहाल
मां विंध्यवासिनी मंदिर को देसी विदेशी फूलों से सजाया गया है, सिद्धपीठ में देश के कोने -कोने भक्त आकर माँ का दर्शन पाकर निहाल हो रहे हैं। दर्शन करने के लिए लम्बी-लम्बी कतारों में लगे भक्त माँ का जयकारा लगाते हुए कड़ी सुरक्षा के बीच दर्शन पूजन कर रहे हैं यहां पर सुरक्षा की बात किया जाए तो सम्पूर्ण मेला क्षेत्र को 02 सुपर जोन, 10 जोन एवं 21 सेक्टर में बांटा गया है। ढाई हजार से ज्यादा पुलिस फोर्स लगाई गई है इसके साथ ही गंगा किनारे पीएससी फ्लड एसडीआएफ और पहली बार मेले में एटीएस कमांडो की तैनाती की गई है सीसीटीवी के साथ ही आसमान से भी ड्रोन कैमरे से नजर रखा जा रहा है। दर्शन कर वापस निकल रहे श्रद्धालुओं ने कहा कि पहले की अपेक्षा यहां पर बहुत अच्छी व्यवस्था देखी जा रही है मां का दर्शन कर बहुत प्रसन्न हुआ हूं योगी सरकार विंध्य कॉरिडोर का जो निर्माण कर रही है बधाई के पात्र हैं।