Edited By Ajay kumar,Updated: 01 Feb, 2020 05:03 PM
एक प्रेमी जोड़ा परिवार के पहरे से आजाद होने के लिए थाने पहुंच गया।
सन्तकबीरनगर: एक प्रेमी जोड़ा परिवार के पहरे से आजाद होने के लिए थाने पहुंच गया। दरअसल वर्षों से एक दूसरे को पाने की चाहत में दोनों का परिवार उनकी राह का रोड़ा बना हुआ था। एक दूसरे से बेपनाह मोहब्बत कर रहे प्रेमी जोड़े ने आखिरकार एक-दूजे के हो गए। पुलिस ने जब दोनों की प्रेम कहानी सुनी तो परिवार वालों को बुलाकर महिला थाने में प्रेमी जोड़े की शादी करवा दी।
आपको बता दें कि प्रेमी अरविंद चौरसिया जिले के गोड़ही गांव का रहने वाला है। सरिता चौधरी गोरखपुर जिले के जिगिना बाबू गांव की रहने वाली है। दोनों ने महिला थाने पहुंचकर जब अपनी बात थाने की प्रभारी शालिनी सिंह से बताई। महिला थाने की पुलिस ने परिजनों को बुलवाया और दोनों के परिवार वालों को समझा कर उन्हें शादी के लिए राजी करा दिया।
महिला थाना प्रभारी डॉक्टर शालिनी सिंह की मौजूदगी में दोनो की शादी महिला थाने में हुई जहां पुलिसकर्मी ही बाराती और घराती के रूप में नव विवाहित जोड़े को आशीर्वाद देकर थाने से रस्मो रिवाज के तहत विदा कर दिया गया।
लोग कहते है कि जब-जब प्यार पे पहरा हुआ है, प्यार और भी गहरा-गहरा हुआ है। यह कहानी सरिता और अरविंद की है। अलग अलग जाति के अरविंद और सरिता ने जाति पात से ऊपर उठकर एक दूसरे को बेपनाह मोहब्बत करते चले आ रहे थे। दोनों के दिलो में मुहब्बत जिंदा रही। घर वालों की धमकी से बेपरवाह दोनों प्रेमी जोड़े जिले के महिला थाना पहुंच गए और महिला थाने की प्रभारी डॉ शालिनी सिंह ने दोनों की शादी करा दी। वहीं पुलिस की इस पहल से प्रेमी जोड़ा बहुत खुश दिखाई दिया।