Edited By Ajay kumar,Updated: 18 Oct, 2019 05:21 PM
पूर्व ग्रह मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़ित छात्रा आज एलएलएम में एडमिशन के लिए महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहुची। कोर्ट के आदेश पर छात्रा को यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिला...
बरेली: पूर्व ग्रह मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़ित छात्रा आज एलएलएम में एडमिशन के लिए महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहुची। कोर्ट के आदेश पर छात्रा को यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिला है।
पीड़ित छात्रा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उसके एडमिशन ट्रांसफर के कागज एलएलएम में आ चुके थे। एडमिशन कराने की आखिरी तारिख 30 सितम्बर थी, पर 25 को मुझे गिरफ़्तार कर लिया गया था। वहां पांच दिन बेकार होने के कारण तारिख आगे बढ़ गयी थी। जिससे हम आज यहां एडमिशन कराने के लिए आएं हैं। उसने यह भी कहा कि एलएलएम करके वह प्रोफेसर बनना चाहती है। छात्रा का यह भी कहना है कि इतने बड़े आदमी को मैंने जेल पहुंचा दिया है इसलिए मैं सही रास्ते पर ही चलूंगी।
वहीं यूनिवर्सिटी के कुलपति अनिल शुक्ला ने का कहना है कि उसका एडमिशन ट्रांफर होना है और आज यह प्रक्रिया की जा रही है। छात्रा को कोर्ट के अंदेशा अनुसार रुकने के लिए हॉस्टल में सुविधा दी जाएगी, और कैम्पस में ही पीड़ित छात्रा को एडमिशन दिया जाएगा। वहीं 75% उपस्थिति के सवाल पर कहा कि इसमें आगे क्या स्थिति होगी। उसी के अनुसार काम किया जाएगा, बाकी जैसा कोर्ट के दिशा निर्देश होगा वो ही किया जाएगा।