Edited By Deepika Rajput,Updated: 02 Sep, 2019 03:19 PM
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में हाल ही में एक प्राथमिक स्कूल में मध्याह्न भोजन योजना के तहत बच्चों को नमक-रोटी खिलाए जाने की खबर छापने वाले पत्रकार और ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
मिर्जापुरः उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में हाल ही में एक प्राथमिक स्कूल में मध्याह्न भोजन योजना के तहत बच्चों को नमक-रोटी खिलाए जाने की खबर छापने वाले पत्रकार और ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि पत्रकार पवन ने सोची-समझी साजिश के तहत स्कूल में वीडियो तैयार किया, ताकि सरकार को बदनाम किया जा सके।
साजिश के तहत तैयार किया गया वीडियो
पुलिस विभाग के वरिष्ठ अफसर ने बताया कि हिंदी दैनिक के स्थानीय पत्रकार पवन कुमार जायसवाल, ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि राजकुमार पाल और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ साजिश रचने, सरकारी काम में बाधा डालने, झूठी बातों को तथ्य के तौर पर पेश करने और धोखाधड़ी कर सरकार की छवि खराब करने के 'कुत्सित प्रयास' के आरोप में अहिरौरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
मुकदमा पिछली 31 अगस्त को खंड शिक्षाधिकारी प्रेम शंकर राम की तहरीर पर दर्ज किया गया है। मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि राजकुमार को जानकारी थी कि घटना के दिन स्कूल में सिर्फ रोटी ही बनी है मगर उसने सब्जी का इंतजाम कराने के बजाय पत्रकार पवन जायसवाल को बुलाया, जिसने रसोइयों द्वारा बच्चों को केवल रोटी नमक खिलाते हुए वीडियो बना लिया और उसे एजेंसी को भेज दिया।
गौरतलब है कि, गत 22 अगस्त को मिर्जापुर के जमालपुर विकास खंड स्थित सियूर प्राथमिक विद्यालय की इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने इसकी जांच कराई थी और प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर दो शिक्षकों मुरारी और अरविंद कुमार त्रिपाठी को निलंबित किया था।