Edited By Umakant yadav,Updated: 31 Oct, 2020 02:16 PM
समाजवादी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आचार्य नरेंद्र देव की पुण्य तिथि पर उनको नमन कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि आज के दिन हम सरदार पटेल...
लखनऊ: समाजवादी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बसपा प्रमुख मायावती के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि जो भाजपा से चुपचाप मिले हैं उनका पर्दाफाश जरूरी था। हम जनता के सामने भाजपा तथा बसपा का सच उजागर करने में सफल रहे हैं। अब तो साबित हो गया है कि बसपा ही भाजपा की बी टीम है।
आचार्य नरेन्द्र देव को श्रद्धाजंलि अर्पित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में यादव ने कहा ‘‘ राज्यसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज को समर्थन करने का मेरा मकसद था कि बसपा और भाजपा के गठजोड़ के छिपे एजेंडे का पर्दाफाश किया जाए जिसमें पूरी सफलता मिली है।'' हमारा मकसद था कि वोट पड़े और जनता जाने कि कौन किससे मिला है। यादव ने कहा कि हमने निर्दलीय को समर्थन देकर बड़ा मामला जनता के सामने खोल दिया।
भाजपा पर भी हमलावर हुए अखिलेश ने कहा कि भाजपा सिर्फ सत्ता में बने रहने के लिए कहीं पर भी किसी से गठबंधन कर सकती है। उन्होंने कहा कि वह पहले से कहते आ रहे है कि भाजपा और बसपा एक एजेंडे के तहत उत्तर प्रदेश में काम कर रही है। भाजपा ने जानबूझ कर एक सीट बसपा के लिए छोड़ी थी ताकि मतदान की नौबत न आ सके लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी के नामांकन से मतदान जरूरी हो रहा था जिसके लिए जानबूझ कर नामांकन में गड़बड़ी कर निर्दलीय का पर्चा निरस्त कराया गया। हमने तो यहां निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थन किया लेकिन बाद में उसका पर्चा ही खारिज हो गया है।
गौरतलब है कि नौ नवम्बर को राज्यसभा की दस सीटों के लिये होने वाले चुनाव के लिये भाजपा आठ, सपा और बसपा एक एक प्रत्याशी के साथ मैदान में है, ऐसे में सभी उम्मीदवारों के निर्विरोध चुना जाना लगभग तय है। सपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज का पर्चा गलत नाम भरने की वजह से निरस्त कर दिया गया था। निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन देने से भड़की बसपा प्रमुख मायावती ने सपा से इसका बदला लेने के लिये भाजपा से भी गठबंधन करने की चेतावनी दी थी।