Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 18 Jul, 2021 01:07 PM
जिंदगी की गुजर-बसर इंसान सड़कों की पटरी पर भी खुशी-खुशी कर सकता है। मगर क्रूर नजरों को ये कहां बर्दाश्त हो सकता है। दरअसल ताजा मामला उत्तर प्रदेश की
लखनऊः जिंदगी की गुजर-बसर इंसान सड़कों की पटरी पर भी खुशी-खुशी कर सकता है। मगर क्रूर नजरों को ये कहां बर्दाश्त हो सकता है। दरअसल ताजा मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का है। जहां मजदूरों के अतिक्रमण हटाने के दौरान दरोगा जी क्रूर रूप धर लिए। इस दौरान जलते चूल्हे पर दरोगा ने लात दे मारी जिससे कुकर में पक रहा खौलता दाल दो मासूमों पर गिर पड़ा और छटपटाने लगे, इतना ही नहीं उन्हें तड़पता देख पुलिस का दिल नहीं पसीजा और मासूमों को छोड़ वे वहां से निकल पड़े। बच्चों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
बता दें कि वीआईपी शौचालय के पास लंबे समय से पॉलीथिन डालकर रह रहे मजदूरों को हटाने के लिए शनिवार को RPF दस्ता पहुंचा था तो मजदूर राजेश के दो मासूम बच्चे सुबह से भूखे थे। उन्हें खिलाने के लिए उसकी पत्नी रेखा चावल बनाकर कुकर में दाल पका रही थी। उसने दाल पकने तक पुलिस वालों से रुकने की मोहलत मांगी मगर दरोगा मोहित आग बबूला हो गया और उसने चूल्हे पर इतनी तेज लात मारी कि कुकर गिर पड़ा और उसमें से खौलती हुई दाल भूख से बिलख रहे दोनों मासूमों के ऊपर पड़ गई। इससे दोनों बुरी तरह झुलसकर छटपटाने लगे। मगर इस कांड को अंजाम देने वाली बेरहम पुलिस एक-दूसरे को इशारा कर निकल पड़ी।