Edited By Mamta Yadav,Updated: 13 Dec, 2022 10:13 PM
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के अन्तर्गत आज फिरोज गांधी डिग्री कालेज के आडिटोरियम में लघु उद्योग स्थापना सम्मेलन के मुख्य अतिथि के तौर पर सिंह ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार द्दढ संकल्पित है और हमारा भी...
रायबरेली: उत्तर प्रदेश के कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने मंगलवार को कहा कि केंद्र और राज्य सरकार किसानों की आय में वृद्धि के लिए संकल्पित है और इसके लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के अन्तर्गत आज फिरोज गांधी डिग्री कालेज के आडिटोरियम में लघु उद्योग स्थापना सम्मेलन के मुख्य अतिथि के तौर पर सिंह ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार द्दढ संकल्पित है और हमारा भी यह प्रयास है कि कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए जो भी सम्भव होगा वह करने के लिए तैयार है।
मंत्री ने कहा कि अगर कोई कृषक मचान विधि द्वारा खेती करता है तो जो भी मचान बनाने में जो भी खर्च आएगा, उसका भुगतान जिला उद्यान विभाग द्वारा दिया जायेगा। मचान विधि से खेती करने पर मचान पर व मचान के नीचे जमीन पर कंदीवार फसलों का उत्पादन किया जा सकता है। उससे एक ही समय में दो फसल तैयार होगी। जब फसल दो तैयार होगी तो मुनाफा भी दोगुना होगा। उन्होंने कहा कि कृषक अपनी भूमि का प्रबन्ध अच्छे से करें और अपनी आमदनी को बढ़ाये।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना ग्रामीण क्षेत्रों में छोटी-छोटी इकाया लगाकर कृषि उद्योग स्थापित कर कृषक अपनी आमदनी को बढ़ा सकते है। उन्होंने कृषकों को सुझाव देते हुए कहा कि ऐसी फसलो का चयन करें, जिसमें आमदनी अधिक हो। कुछ समय पहले रायबरेली में पान की खेती होती थी जो अब बंद हो चुकी है। सिंह ने कहा कि प्रत्येक ब्लाक के एक गांव में ऐसी फसले तैयार करने की युनिट स्थापित की जाए जिससे आमदनी को बढ़ाया जा सके। अगर कोई कृषक व आमजन कोई यूनिट लगाना चाहेता है तो सर्वप्रथम उक्त योजना के अन्तर्गत ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। पंजीकरण के बाद जो भी सहायता होगी वहां उपलब्ध कराई जायेगी। प्रदेश में ऐसे कृषक है जो एक एकड़ में 22 लाख रूपये की कमाई कर रहें है।