Edited By Anil Kapoor,Updated: 31 Jul, 2025 11:49 AM

Gonda News: बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने अपने बचपन के दिनों की एक पुरानी कहानी को मजाकिया अंदाज में लोगों से साझा किया। गोंडा के बालपुर में एक स्कूल के प्रतिभा सम्मान समारोह में पहुंचे बृजभूषण सिंह...
Gonda News: बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने अपने बचपन के दिनों की एक पुरानी कहानी को मजाकिया अंदाज में लोगों से साझा किया। गोंडा के बालपुर में एक स्कूल के प्रतिभा सम्मान समारोह में पहुंचे बृजभूषण सिंह ने मंच से बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि वह कक्षा 8 में तीन बार फेल हो चुके हैं। और जब पास हुए तो भी नकल से, वो भी धमकी देकर!
'मैं नीचे से टॉपर था' — बृजभूषण सिंह का कबूलनामा
बृजभूषण सिंह ने कहा कि मैं 8वीं में दो साल लगातार फेल हुआ। इतना बुरा फेल हुआ कि मैं नीचे से टॉप पर था। सिर्फ खेलकूद में ही पास हो पाता था। फिर जैसे-तैसे नकल करके पास हुआ, लेकिन नकल करने के बाद मुझे आत्मग्लानि हुई और मैं ठीक से सो भी नहीं पाया।
बगल वाले से कहा – नकल कराओ नहीं तो पीट दूंगा
उन्होंने आगे बताया कि जब उन्हें फिर से फेल होने का डर सताने लगा, तो उन्होंने बगल में बैठे एक छात्र को धमका कर अपनी कॉपी लिखवाई। बगल में बैठा एक लड़का अंग्रेजी लिख रहा था, मैंने उससे कहा कि पहले मेरी कॉपी लिखो। उसने मना किया तो मैंने कहा कि अगर नहीं लिखोगे, तो बाहर निकलते ही हाथ-पैर तोड़ दूंगा। तब जाकर किसी तरह पास हो सका।
'अंग्रेजी माई' से था डर
बृजभूषण ने बताया कि बाकी विषयों में तो जैसे-तैसे नकल कर ली, लेकिन अंग्रेजी का पेपर देखकर हाथ-पांव फूल गए। मैं अंग्रेजी से इतना डरता था कि उसे ‘अंग्रेजी माई’ कहता था। जब अंग्रेजी का पेपर आया तो समझ ही नहीं आया क्या करना है।
बचपन का अनुभव, बच्चों को दी सलाह
पूर्व सांसद ने अपने अनुभव के जरिए छात्रों को समझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि बच्चों को खुद से बात करनी चाहिए, और ये समझना चाहिए कि उनकी परेशानी क्या है। जिस दिन मैंने अपने आप से बात शुरू की, उसी दिन मेरी जिंदगी बदलने लगी। इसलिए बच्चे खुद से बात करें और दिक्कतों का हल ढूंढें। तभी तरक्की होगी।