पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन, कहा- GST के दायरे में लाए सरकार

Edited By Ruby,Updated: 05 Apr, 2018 02:26 PM

पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों पर अब जनता का अक्रोश सरकार के प्रति फूटने लगा है। जिसके चलते सुबह ए बनारस क्लब ने वीरवार प्रदर्शन किया। जिस दौरान उन्होंने मांग रखी कि पेट्रोल और डीजल को सरकार GST के दायरे में लाए। इस मौके पर बोलते हुए संस्था के...

वाराणसीः पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों पर अब जनता का अक्रोश सरकार के प्रति फूटने लगा है। जिसके चलते सुबह ए बनारस क्लब ने वीरवार प्रदर्शन किया। जिस दौरान उन्होंने मांग रखी कि पेट्रोल और डीजल को सरकार GST के दायरे में लाए।

इस मौके पर बोलते हुए संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल ने कहा कि जो नित्य  पेट्रोल डीज़ल के दामों में वृद्धि हो रही है उसके खिलाफ हम विरोध कर रहे हैं। जब 2009 में यूपीए की सरकार थी उस समय 47 डालर प्रति बैरल कच्चे तेल का दाम था तब पेट्रोल इतना महंगा नहीं था, लेकिन आज जब कच्चे तेल का दाम प्रति बैरल 63 डालर और उसमे 9 डालर प्रति बैरल की वृद्धि के बाद भी 73 डालर प्रति बैरल है उसके बाद भी ये इतना महंगा है। जोकि आम जनता के जेब के बाहर जा रहा है।
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वहीं इस प्रदर्शन में मौजूद व्यपारियों ने मांग की है कि पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाया जाए, क्योंकि जब जीएसटी लागू हुआ था तो सभी चीजों पर इसे लागू करने की बात कही गई थी, लेकिन अधिक राजस्व की कमाई की वजह से पेट्रोल डीज़ल को जीएसटी के दायरे से दूर रखा गया।  यदि यह जीएसटी के दायरे में आता है तो इसका मूल्य 44 रूपए प्रति लीटर हो जाएगा। प्रदेश और केंद्र सरकार इन दोनों ही पेट्रो पदार्थों में अधिक राजस्व के लिए अत्यधिक एक्साइज ड्यूटी भी थोप रही है जिसकी वजह से इनका दाम बढ़ रहा है। 

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