Edited By Mamta Yadav,Updated: 25 Mar, 2025 03:18 AM

इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने सोमवार को बुलाई गई आमसभा (जनरल हाउस) की बैठक में दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश यशवंत वर्मा के घर से मिले करोड़ों रूपए के मामले में उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की मांग का प्रस्ताव पारित किया गया और इसके साथ...
Prayagraj News: इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने सोमवार को बुलाई गई आमसभा (जनरल हाउस) की बैठक में दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश यशवंत वर्मा के घर से मिले करोड़ों रूपए के मामले में उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की मांग का प्रस्ताव पारित किया गया और इसके साथ मामले में एफआईआर दर्ज कर सीबीआई जांच की मांग उठाई गयी है।
इलाहाबाद पीठ में भेजे जाने के प्रस्ताव का कड़ा विरोध
इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल तिवारी की अध्यक्षता में आम बैठक बुलाई गयी थी। बैठक में 11 प्रस्ताव पारित किये गए। एसोसिएशन का कहना है कि न्यायपालिका में भ्रष्टाचारी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिवक्ताओं ने दोपहर बाद न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया। बार एसोसिएशन ने न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा को उनके आवास से भारी मात्रा में धनराशि बरामद होने के बाद वापस इलाहाबाद पीठ में भेजे जाने के प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया है। मीटिंग में एसोसिएशन ने केंद्र सरकार के साथ ही सीजेआई से महाभियोग लाए जाने की मांग की है। जिस प्रकार से एक सिविल सर्वेंट, पब्लिक सर्वेंट या राजनेता का ट्रायल होता है इस तरह उनके केस का ट्रायल भी हो।
न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा द्वारा दिए गए सभी निर्णयों की समीक्षा करने की मांग
बार एसोसिएशन ने यह भी मांग की है कि न्यायमूर्ति वर्मा का किसी भी हाई कोर्ट में स्थानांतरण न किया जाए और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर सीबीआई, ईडी जैसी जांच एजेंसियों से जांच कराई जाए। एसोसिएशन ने कॉलेजियम प्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं और न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा द्वारा दिए गए सभी निर्णयों की समीक्षा करने की मांग की है।