Edited By Umakant yadav,Updated: 08 May, 2020 07:12 PM
उत्तर प्रदेश के जनपद चंदौली में एक मां ने अपनी मासूम बेटी के साथ विषाक्त पदार्थ खाकर जान दे दी। वहीं घटना को अंजाम देने के पीछे गृहकलह को बताया जा रहा है। इसके साथ ही पुलिस का कहना है कि मायके की ओर से अभी कोई...
चंदौली: उत्तर प्रदेश के जनपद चंदौली में एक मां ने अपनी मासूम बेटी के साथ विषाक्त पदार्थ खाकर जान दे दी। वहीं घटना को अंजाम देने के पीछे गृहकलह को बताया जा रहा है। इसके साथ ही पुलिस का कहना है कि मायके की ओर से अभी कोई तहरीर नहीं प्राप्त हुई है। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
पूरा मामला बबुरी थाना क्षेत्र के बौरी गांव का है। जहां के निवासी राकेश विश्वकर्मा की सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के घरचित गांव की 24 वर्षीया नेहा के साथ 2017 में शादी हुई थी। राकेश विश्वकर्मा मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता था। लॉकडाउन की वजह से काम-धाम बंद होने से बेरोजगार हो गया है।
ट्रामा सेंटर पहुंचने से पहले ही दोनों की मौत
वहीं ससुराल वालों का कहना है कि गुरुवार की रात नेहा सबको खाना खिलाने के बाद अपने कमरे में चली गई। थोड़ी देर बाद एकलौती बेटी डेढ़ वर्षीया सावित्री की तबीयत बिगड़ने लगी। परिजन अभी कुछ समझ पाते तब तक नेहा की भी हालत बिगड़ गई। परिजन आनन-फानन में दोनों को निजी अस्पताल ले गए। जहां हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने ट्रामा सेंटर वाराणसी रेफर कर दिया। जिसके बाद ट्रामा सेंटर पहुंचने से पहले ही रास्ते में दोनों की मौत हो गई।
प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या
इस प्रकरण में थाना प्रभारी एनएन सिंह ने मौके पर पहुंचकर दोनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। उन्होंने बताया कि मायका पक्ष की ओर से अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। फिलहाल पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।