Edited By Deepika Rajput,Updated: 02 Dec, 2019 05:17 PM
अयोध्या मामले में दिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के निर्णय पर बसपा सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि सर्वसम्मति से दिए गए न्यायालय के फैसले पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
बलियाः अयोध्या मामले में दिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के निर्णय पर बसपा सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि सर्वसम्मति से दिए गए न्यायालय के फैसले पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
गाजीपुर से बसपा सांसद अंसारी ने कहा कि मुस्लिम रहबर एवं रहनुमा बोलते रहे हैं कि अयोध्या मामले पर वे उच्चतम न्यायालय के फैसले का सम्मान करेंगे तो फिर किसी को भी न्यायालय के फैसले पर अब आपत्ति नहीं होनी चाहिए। उनसे बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी के बयान कि 99 फीसदी मुसलमान पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के पक्ष में हैं और कोर्ट के फैसले से न्यायपालिका में भरोसा कमजोर हुआ है के बारे में पूछा गया तो बसपा सांसद ने कहा कि उनका व्यक्तिगत विचार है कि फैसले को स्वीकार किया जाना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह अपने विचार किसी पर थोप नहीं रहे हैं और न ही किसी के वक्तव्य का खंडन कर रहे हैं। मामले पर 5 न्यायाधीशों की पीठ ने सर्वसम्मति से फैसला दिया। यह दबंगई या जबरदस्ती का फैसला नहीं है। अंसारी ने कहा कि दोनों पक्षों में समझौते से हल नहीं निकलने के बाद यह फैसला आया है, जिसे स्वीकार किया जाना चाहिए।