Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 13 Oct, 2020 08:32 PM
उत्तर प्रदेश पुलिस और करप्शन एक दूसरे के पूरक बनते जा रहे हैं। आए दिन इनकी एक करतूत सुर्खियों में बनी रहती है।बरेली क्राइम ब्रांच की भ्रष्ट, रिश्वतखोर का नया
बरेलीः उत्तर प्रदेश पुलिस और करप्शन एक दूसरे के पूरक बनते जा रहे हैं। आए दिन इनकी एक करतूत सुर्खियों में बनी रहती है।बरेली क्राइम ब्रांच की भ्रष्ट, रिश्वतखोर का नया वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
एसएसपी ने बड़ी घटनाओं के खुलासे और स्पेशल टास्क के लिये क्राइम ब्रांच की स्पेशल विंग का गठन किया था। लेकिन क्राइम ब्रांच वसूली में लग गई है। खनन, कच्ची शराब, पशु तस्करों, गौकशी, जुआ, सट्टा और स्मैक तस्करों से उगाही उसका मुख्य धंधा है। स्पेशल विंग का दरोगा सिपाही हर महीने एक लाख से लेकर दो लाख रुपये तक की काली कमाई करता है। वसूली का हिस्सा बांट करते और झगड़ा करते क्राइम ब्रांच के एक साथ कई वीडियो वायरल हो गये हैं।
बता दें कि लेडी सट्टा माफिया राबिया अख्तर से साठगांठ के मामले में पिछले दिनों क्राइम ब्रांच के सिपाही तैयब अली, रवि प्रताप सिंह और पुष्पेंद्र का डीआईजी रेंज राजेश पांडेय ने गैर जनपद ट्रांसफर कर दिया था। सटोरियों से लेकर शराब तस्करों, खनन माफिया, पशु तस्करों के पुलिसिया गठजोड़ के वीडियो सामने आये हैं। जिसमें हिस्से के बंटवारे को लेकर पुलिस वाले झगड़ रहे हैं।
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि क्राइम ब्रांच के रिश्वत के रुपये बांटे जाने के वीडियो संज्ञान में आये हैं। एसपी क्राइम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जायेगी। भ्रष्टाचार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।