Edited By Deepika Rajput,Updated: 18 Jun, 2019 03:35 PM
सत्तारूढ़ बीजेपी ने सपा-बसपा के जाटव और यादव वोटबैंक में सेंध लगाने के लिए कमर कस ली है। बीजेपी 6 जुलाई से जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती से सदस्यता अभियान की शुरूआत करने जा रही है, जो 10 अगस्त तक चलेगा।
लखनऊः सत्तारूढ़ बीजेपी ने सपा-बसपा के जाटव और यादव वोटबैंक में सेंध लगाने के लिए कमर कस ली है। दरअसल बीजेपी 6 जुलाई से जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती से सदस्यता अभियान की शुरूआत करने जा रही है, जो 10 अगस्त तक चलेगा।
पार्टी उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर को इस अभियान का इंचार्ज बनाया गया है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी भले ही प्रचंड बहुमत के साथ जीत गई हो, लेकिन पश्चिम यूपी की 8 अहम सीटों पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा। पार्टी उपाध्यक्ष ने बताया कि इसके पीछे वजह यह मानी जा रही है कि अभी भी जाटव और यादव वोट बैंक उसके पाले में नहीं आ सका है। यही वजह है कि पश्चिम यूपी में नुकसान हुआ है। इन सीटों पर पार्टी का पिछड़ना चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी आलाकमान के मुताबिक चुनाव में जाटव और यादव समुदाय ने अन्य जातियों के जैसे वोट नहीं किया। जिसके चलते बीजेपी ने पश्चिम यूपी में सपा-बसपा को कमजोर करने के लिए तैयारी कर ली है। सदस्यता अभियान का मुख्य फोकस इन दोनों समुदायों को पार्टी से जोड़ने का है।