Edited By Mamta Yadav,Updated: 26 May, 2022 09:42 PM

कुख्यात विकास दुबे के कारखास तत्कालीन चौबेपुर एसओ विनय तिवारी और दरोगा (हलका इंचार्ज) केके शर्मा को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। वर्तमान में दोनों बिकरू कांड के केस में जेल में बंद हैं। विभागीय जांच पूरी होने के बाद दोनों के खिलाफ बर्खास्तगी की...
कानपुर: कुख्यात विकास दुबे के कारखास तत्कालीन चौबेपुर एसओ विनय तिवारी और दरोगा (हलका इंचार्ज) केके शर्मा को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। वर्तमान में दोनों बिकरू कांड के केस में जेल में बंद हैं। विभागीय जांच पूरी होने के बाद दोनों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है।
बता दें कि कुख्यात अपराधी विकास दुबे ने बीते 02 जुलाई 2020 की रात अपने गुर्गों के साथ मिलकर सीओ समेत 8 पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी। बिकरू कांड के बाद यूपी एसटीएफ ने विकास दुबे समेत 6 बदमाशों को एनकांउटर में मार गिराया था। इस मामले में 36 आरोपी जेल में बंद हैं। बिकरू कांड के बाद तत्कालीन एसओ विनय तिवारी और दारोगा केके शर्मा पर मुखबिरी के आरोप लगे थे। वहीं, एसआईटी की जांच में भी विनय तिवारी और दारोगा दोषी पाए गए थे। दोनों ही पुलिस कर्मियों को अरेस्ट कर जेल भेजा गया था।
दहशतगर्द से मिलीभगत की हुई पुष्टि
विवेचना में सामने आया था कि दोनों पुलिसकर्मी विकास दुबे के करीबी थे। दोनों वारदात की साजिश में शामिल थे। वारदात के समय वहां से भाग निकले थे। विभागीय जांच में भी सामने आया कि दोनों ने अपने कर्तव्यों का पालन नहीं किया। अपराधी का साथ दिया। इसके साक्ष्य वह गवाह दोनों सामने थे। इसी आधार पर उनको दोषी बनाया गया।