Edited By Ramkesh,Updated: 04 Oct, 2024 05:23 PM
उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में दलित शिक्षक सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम भारती और दो मासूम बेटियों की हत्या के आरोपी चंदन वर्मा सहित चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चंदन वर्मा की बहन, उसके जीजा समेत 4...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में दलित शिक्षक सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम भारती और दो मासूम बेटियों की हत्या के आरोपी चंदन वर्मा सहित चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक चंदन वर्मा की बहन, उसके जीजा समेत 4 अन्य लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस उन्हें थाने में लाकर पूछताछ कर रही है। आरोपी चंदन वर्मा की बहन ने पुलिस को बताया है कि उसकी अपने भाई के साथ ज्यादा बातचीत नहीं होती थी। वह काफी गुस्से में रहता था।
पुलिस ने इस मामले में दीपक सोनी नाम के एक शख्स को भी पूछताछ के लिए उठाया है। दीपक सोनी मोबाइल की एक दुकान चलाता है। दावा किया जा रहा है कि हत्या करने जाते समय चंदन वर्मा ने दीपक सोनी की दुकान पर ही अपनी बाइक खड़ी की थी। इसके बाद ही उसने ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर चार लोगों को मौत के घाट पर उतार दिया। दीपक सोनी के साथ चंदन वर्मा की दूर की रिश्तेदारी भी है। इस बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है।
मायावती ने कानून- व्यवस्था पर उठाए सवाल
अमेठी में एक दलित परिवार के चार सदस्यों की घर में घुसकर हत्या के मामले में कानून- व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर निशाना साधा। अमेठी में सरकारी स्कूल के शिक्षक सुनील कुमार (35), उनकी पत्नी पूनम (32) और बेटी दृष्टि (छह) और सुनी (एक) की बृहस्पतिवार शाम अहोरवा भवानी इलाके में उनके किराए के घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। विपक्ष ने दलित परिवार के साथ हुई इस घटना की निंदा की। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने ‘एक्स' पर कहा, “यूपी के अमेठी जिले में एक दलित परिवार के चार लोगों की एक साथ की गयी निर्मम हत्या की घटना अति-दुखद व चिंताजनक है। सरकार दोषियों और पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए ताकि अपराधी बेखौफ न रहें।”
अजय राय बोले- प्रदेश में कानून का राज मिट्टी में मिल चुका है
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि योगी सरकार की खराब कानून-व्यवस्था में व्यक्ति घर के अंदर भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने ‘एक्स' पर कहा, “अमेठी में घर के अंदर पति-पत्नी और दो मासूम बच्चों का कत्ल होना बता रहा है कि योगी सरकार के लचर कानून व्यवस्था में अब घर के अंदर भी व्यक्ति सुरक्षित नहीं है। राय ने कहा कि प्रदेश में कानून का राज मिट्टी में मिल चुका है। गुंडे-मवालियों, दबंगों और बदमाशों के आतंक का झंडा यूपी में शान से लहरा रहा है और इस आतंक को खत्म करने की दिशा में सरकार का कोई कदम दिखाई नहीं दे रहा है। राय ने कहा, “योगी सरकार को जवाब देना चाहिए कि उत्तर प्रदेश को अब और कितना बदतर बनाया जाएगा?”
दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी हो: स्वामी प्रसाद मौर्य
राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने घटना की निंदा की। पूर्व मंत्री ने कहा, “मैं इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ हूं। मैं चार हत्याओं के दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करता हूं।” आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा, “अमेठी की घटना बताती है कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज नही बल्कि जंगलराज है।अमेठी जिले में पूरे परिवार की हत्या उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की असली तस्वीर है, कि सच क्या है और प्रचार क्या है। सच यह है कि उत्तर प्रदेश में दलितों के जीवन की कोई गारंटी नही है, कल किसका नंबर होगा पता नही, और प्रचार यह है कि कानून व्यवस्था बहुत अच्छी है।” उन्होंने कहा कि घर में घुसकर पूरे परिवार की गोलीमार कर सामूहिक हत्या करने की घटना अति दुखद और दण्डनीय होने के साथ-साथ यह संकेत दे रही है कि दलितों की सुरक्षा दयनीय स्थिति में है और उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं होती।
सामूहिक हत्याकांड के लिए पुलिस-प्रशासन जिम्मेदार: आजाद
आजाद ने कहा कि अगर पुलिस-प्रशासन पूनम भारती की डेढ़ महीना पहले छेड़खानी और जान से मारने की धमकी की शिकायत पर कार्रवाई करता तो आज चार जान नहीं जाती। आजाद ने कहा, “इस सामूहिक हत्याकांड के लिए पुलिस-प्रशासन की असंवेदनशीलता भी जिम्मेदार है।” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को घटना पर दुख जताया था और ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा था, ‘‘अमेठी में हुई घटना घोर निंदनीय और अक्षम्य है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। दुख की इस घड़ी में उप्र सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है।
सीएम योगी बोले- दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई होगी। वहीं समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कानून व्यवस्था को लेकर बृहस्पतिवार को भाजपा नीत राज्य सरकार की आलोचना की थी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा)-मार्क्सवादी लेनिनवादी (माले) ने भी अमेठी में दलित शिक्षक परिवार की सामूहिक हत्या की कड़ी निंदा की है।
हत्या कांड पर बोले अखिलेश- यह यूपी के कानून व्यवस्था की हकीकत है
पार्टी ने एक बयान जारी कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। भाकपा (माले) के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री योगी की एनकाउंटर बहादुर पुलिस आरोपियों की जान लेने में तो आगे है लेकिन नागरिकों की जान की रक्षा करने में विफल है। उन्होंने कहा कि अमेठी में हत्यारे शाम सात बजे आते हैं, घर में घुसते हैं, पति (शिक्षक), पत्नी और दो बेटियों को गोलियों से भून देते हैं और आराम से निकल जाते हैं। यादव ने कहा कि यह कानून व्यवस्था की हकीकत है, जिसका उदाहरण मुख्यमंत्री और भाजपा के शीर्ष नेता देते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को दलितों के सत्कार की याद तब आती है, जब उनका वोट लेना होता है बाकी समय दुत्कार की नीति रहती है।