Edited By Praveen Jha,Updated: 04 Dec, 2021 12:17 PM
सहारनपुर जिले की 7 विधानसभा सीटों में से एक बेहट विधानसभा सीट (Behat Vidhan Sabha Seat) है। इस सीट पर बसपा का वर्चस्व लंबे समय तक रहा है। साल 2008 से पहले सरसावा विधानसभा के नाम से जाने जानी वाली यह सीट परिसीमन के बाद बदल गई।
सहारनपुर जिले की 7 विधानसभा सीटों में से एक बेहट विधानसभा सीट (Behat Vidhan Sabha Seat) है। इस सीट पर बसपा का वर्चस्व लंबे समय तक रहा है। साल 2008 से पहले सरसावा विधानसभा के नाम से जाने जानी वाली यह सीट परिसीमन के बाद बदल गई। बेहट विधानसभा सीट के लिए पहली बार साल 2012 में चुनाव हुए और बहुजन समाज पार्टी को जीत मिली। इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के नरेश सैनी (Naresh Saini) विधायक चुने गए। 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) में क्या इस सीट को कांग्रेस बचा पाएगी या फिर इस सीट पर किसी और पार्टी का कब्जा होगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
बाढ़ एक विकट समस्या
दरअसल बेहट विधानसभा सीट (Behat Assembly Seat) बाढ़ प्रभावित सीट है। बरसात के समय में इस सीट के अंतर्गत आने वाले कई गांवों का संपर्क मुख्य मार्ग से कट जाता है। बरसाती नदियों में तेज बहाव के कारण आसपास के क्षेत्र में कटान एक प्रमुख समस्या है, लेकिन आम जनता की इस समस्या की ओर किसी भी विधायक ने ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा। ऐसे में इस बार के चुनाव में भी यह मुख्य मुद्दा बन सकता है।
हालांकि मौजूदा विधायक नरेश सैनी ने इस क्षेत्र में बाढ़ से बचाव के लिए नदियों के किनारे तटबंध बनवाए हैं। साथ ही कई नदियों पर पुल भी सैनी के कार्यकाल में बने हैं। बावजूद इसके बाढ़ से निजात के लिए अभी तक कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं हो पाई है।
बेहट विधानसभा सीट का अंकगणित-
इस सीट पर अगर 17वीं विधानसभा चुनाव-2017 के आंकड़ों की बात करें तो कुल मतदाताओं की संख्या 3 लाख 36 हजार 576 है। इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 79 हजार 920, महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 56 हजार 649 और थर्ड जेंडर के 7 मतदाता हैं। इस सीट के बनने के बाद हुए चुनाव और उनके परिणामों के बारे में बात करें तो एक बार बहुजन समाज पार्टी और एक बार कांग्रेस को जीत मिली है।
अब बात पिछले चुनाव नतीजों के बारे में-
17वीं विधानसभा चुनाव- 2017
17वीं विधानसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार नरेश सैनी ने जीत हासिल की है। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार महावीर सिंह राणा को 25 हजार 856 वोटों से हराया था। नरेश सैनी को 97 हजार 35 वोट जबकि महावीर सिंह राणा को 71 हजार 449 वोट मिले थे। वहीं बीएसपी के मोहम्मद इकबाल 71 हजार 19 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।
16वीं विधानसभा चुनाव-2012
16वीं विधानसभा चुनाव में इस सीट से बीएसपी के उम्मीदवार महावीर सिंह राणा ने जीत हासिल की है। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार नरेश को 514 वोटों से हराया था। महावीर सिंह राणा को 70 हजार 274 वोट जबकि नरेश को 69 हजार 760 वोट मिले थे। वहीं समाजवादी पार्टी के उमर अली 47 हजार 291 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।
15वीं विधानसभा चुनाव-2007
15वीं विधानसभा चुनाव में इस सीट से बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार धर्मपाल सैनी ने जीत हासिल की थी। धर्मपाल सैनी ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार मोहम्मद दिलशाद को 36 हजार 673 वोटों से हराया था। धर्मपाल सैनी को 68 हजार 440 वोट मिले थे तो वहीं मोहम्मद दिलशाद को 31 हजार 767 वोट मिले थे। जबकि भारतीय जनता पार्टी के मेला राम 28 हजार 162 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे थे।
14वीं विधानसभा चुनाव-2002
14वीं विधानसभा चुनाव में इस सीट पर बहुजन समाजवादी पार्टी के दयाराम सिंह सैनी ने परचम लहराया था। दयाराम सिंह सैनी ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राघव को 9 हजार 554 वोटों से हराया था। दयाराम सिंह सैनी को कुल 53 हजार 262 मत मिले थे जबकि राघव 43 हजार 708 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। तो वहीं समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार मोहम्मद इरशाद 41 हजार 695 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे थे।