Edited By Ramkesh,Updated: 28 Jun, 2025 01:05 PM

उत्तर प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक (LT ग्रेड शिक्षक) और प्रवक्ता पदों पर वर्षों से लंबित भर्ती प्रक्रिया को लेकर बड़ी राहत की खबर सामने आई है। प्रदेश सरकार और माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने आखिरकार लंबी प्रतीक्षा के बाद 9017...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक (LT ग्रेड शिक्षक) और प्रवक्ता पदों पर वर्षों से लंबित भर्ती प्रक्रिया को लेकर बड़ी राहत की खबर सामने आई है। प्रदेश सरकार और माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने आखिरकार लंबी प्रतीक्षा के बाद 9017 पदों का विषयवार और आरक्षण श्रेणियों सहित अधियाचन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) को भेज दिया है। इस निर्णय के साथ ही शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शुरू होने का रास्ता साफ हो गया है और अब जल्द ही UPPSC द्वारा विज्ञापन जारी होने की उम्मीद की जा रही है।
2018 के बाद पहली बड़ी भर्ती, अभ्यर्थियों की बरसों की मांग हुई पूरी
एलटी ग्रेड शिक्षकों की पिछली भर्ती का विज्ञापन वर्ष 2018 में तथा प्रवक्ता पदों की अंतिम भर्ती वर्ष 2020 में हुई थी। इसके बाद से नई भर्तियों को लेकर प्रदेश भर के अभ्यर्थी लगातार आयोग और सरकार से मांग कर रहे थे। इससे पहले आयोग को 8905 पदों का अधियाचन प्राप्त हुआ था, लेकिन उसमें विषयवार आरक्षण न होने की वजह से उसे वापस कर दिया गया था। अब पुनः संशोधित अधियाचन तैयार कर दो दिन पूर्व ई-माध्यम से आयोग को भेजा गया है, जिसमें सभी प्रशासनिक व तकनीकी विवरण शामिल किए गए हैं।
अभ्यर्थियों का संघर्ष रंग लाया, 7 वर्षों से कर रहे थे इंतजार
लंबे समय से इस भर्ती की मांग को लेकर छात्र संगठन और बेरोजगार युवाओं ने कई बार प्रदर्शन किए। प्रतियोगी छात्र मोर्चा, शिक्षक संगठन और अन्य सामाजिक समूहों ने पिछले एक साल में 20 से अधिक बार सरकार को ज्ञापन सौंपे और सोशल मीडिया के माध्यम से अभियान चलाया।
इन विषयों में होंगी भर्तियाँ
इस बार जिन विषयों के लिए एलटी ग्रेड शिक्षक और प्रवक्ता के पदों का अधियाचन भेजा गया है, उनमें जीव विज्ञान, रसायन, भौतिकी, कॉमर्स, अर्थशास्त्र, भूगोल, नागरिक शास्त्र हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, संस्कृत, कंप्यूटर, सहित अन्य विषय शामिल हैं। इन विषयों में शिक्षकों की भारी कमी लंबे समय से महसूस की जा रही थी, जिससे विद्यालयों में पढ़ाई की गुणवत्ता पर भी असर पड़ रहा था। विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति न केवल शिक्षा व्यवस्था को मजबूती देगी, बल्कि इससे लाखों छात्रों को लाभ होगा, जिन्हें अब तक अतिथि शिक्षकों या आंशिक समय के शिक्षकों के भरोसे पढ़ाई करनी पड़ रही थी।
प्रतियोगी छात्र मोर्चा के अध्यक्ष विक्की खान ने कहा, “यह केवल एक नौकरी नहीं है, बल्कि बेरोजगारों की उम्मीद है। कई अभ्यर्थी ओवरएज हो चुके हैं, इसलिए उन्हें आयु में छूट दी जानी चाहिए। अब आयोग और सरकार को मिलकर बिना देरी के भर्ती प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।