Edited By Anil Kapoor,Updated: 05 Jul, 2025 10:41 AM

Lucknow News: भारतीय रेलवे यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाजनक यात्रा के लिए लगातार स्टेशन और ट्रेनों में जीआरपी (Government Railway Police) और आरपीएफ (Railway Protection Force) की मदद से गश्त और चेकिंग अभियान चला रही है। इसी अभियान के दौरान लखनऊ के...
Lucknow News: भारतीय रेलवे यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाजनक यात्रा के लिए लगातार स्टेशन और ट्रेनों में जीआरपी (Government Railway Police) और आरपीएफ (Railway Protection Force) की मदद से गश्त और चेकिंग अभियान चला रही है। इसी अभियान के दौरान लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा गया, जिसने पुलिस पर फायरिंग कर दी।
बैग खंभे से टकराया, आवाज सुनकर सतर्क हुई GRP
घटना उस समय हुई जब चारबाग स्टेशन पर संदिग्ध व्यक्ति और सामान की चेकिंग की जा रही थी। उसी दौरान एक यात्री तेजी से स्टेशन के बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था। अचानक भीड़ में उसका बैग खंभे से टकराया, जिससे तेज आवाज हुई। जब GRP टीम ने ध्यान दिया तो पाया कि आवाज बैग में रखी गन के टकराने से आई थी। संदेह होने पर पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की। तभी जवानों ने देखा कि उस व्यक्ति के हाथ में तमंचा (देसी पिस्तौल) है।
GRP पर चलाई गोली, जवाबी फायरिंग में घायल
जैसे ही GRP टीम उसे पकड़ने आगे बढ़ी, उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। आत्मरक्षा में पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें आरोपी घायल हो गया। उसे तुरंत हिरासत में लिया गया और इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। इलाज के बाद उसे जेल भेज दिया गया।
आरोपी का नाम और आपराधिक इतिहास
पूछताछ में घायल युवक ने अपना नाम फिरोज, निवासी संडीला, जनपद हरदोई बताया। तलाशी के दौरान उसके पास से एक देसी तमंचा (315 बोर), 2 जिंदा कारतूस, तीन मोबाइल फोन बरामद हुए। फिरोज ने पुलिस को बताया कि वह रेलवे स्टेशन, चलती ट्रेन और आउटर इलाकों में यात्रियों से मोबाइल, बैग और जेवरात चोरी या छीनने का काम करता है। वह चोरी किए गए सामान को सस्ते दामों में राह चलते लोगों को बेच देता था। यह आरोपी पहले भी चारबाग जीआरपी द्वारा चोरी के आरोप में जेल जा चुका है। पुलिस को इसकी काफी समय से तलाश थी। उसकी गिरफ्तारी से ऐसे कई मामलों का खुलासा होने की उम्मीद है।
GRP का बयान: सुरक्षा अभियान रहेगा जारी
GRP अधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार के सुरक्षा और चेकिंग अभियान आगे भी जारी रहेंगे ताकि रेलवे स्टेशनों को सुरक्षित रखा जा सके और अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सके।