Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Apr, 2018 09:34 AM
सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि किसी को भी अपने सम्मान और अधिकारों के लिए आंदोलन का सहारा लेना पड़ता है। यादव ने जारी बयान में कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार को समय रहते दलित समाज के प्रतिनिधियों...
लखनऊ: सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि किसी को भी अपने सम्मान और अधिकारों के लिए आंदोलन का सहारा लेना पड़ता है। यादव ने जारी बयान में कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार को समय रहते दलित समाज के प्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए थी, लेकिन सरकार ने दलितों से बात करना जरूरी नहीं समझा।
उन्होंने कहा कि दलितों का सरकार पर भरोसा नहीं है। फलस्वरूप आंदोलन की स्थिति पैदा हो गई। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि किसी को भी अपने सम्मान और अधिकारों के लिए आंदोलन का सहारा लेना पड़ता हो।
बाबा साहेब डॉ. भीमराव अाम्बेडकर ने दलित समाज को सम्मान का अधिकार दिया है। उन्हें कोई भी कानूनी अधिकारों से वंचित नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि सपा दलितों की भावनाओं को समझती है और उनसे संयम बरतने की अपील करती हैं। सपा दलित हितों के लिए प्रतिबद्ध है।