Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 31 Jul, 2022 04:56 PM

ऐसा माना जाता है कि त्रेतायुग में भगवान श्रीराम ने लंका जाने के लिए समुद्र पर पत्थरों का पुल बनवाया था। पुल में लगे हर पत्थर पर राम नाम लिखा गया था, जो समुद्र में तैरते रहे। वहीं ऐसा ही एक पत्थर मैनपुरी की ईशन नदी देखने...
मैनपुरी: ऐसा माना जाता है कि त्रेतायुग में भगवान श्रीराम ने लंका जाने के लिए समुद्र पर पत्थरों का पुल बनवाया था। पुल में लगे हर पत्थर पर राम नाम लिखा गया था, जो समुद्र में तैरते रहे। वहीं ऐसा ही एक पत्थर मैनपुरी की ईशन नदी देखने को मिला है। ‘राम’ नाम लिखा पत्थर मिलने से इलाके में कौतूहल बना हुआ है। फिलहाल राम नाम लिखा यह पत्थर का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।

मामला कुसमरा क्षेत्र में अहमलपुर ग्राम पंचायत के पास ईशन नदी का है। रविवार को कुछ चरवाहे नदी के अपने पशु चरा रहे थे। इसी दौरान उन्हें नदी में एक पत्थर तैरता दिखाई दिया। एक चरवाहा नदी में घुसकर पत्थर को बाहर निकाल लाया। राम नाम लिखे इस पत्थर को देखकर ग्रामीण आश्चर्यचकित हैं। आस्था भाव से इसकी पूजा कर रहे हैं। हालांकि विज्ञान के अनुसार पानी में पत्थर का तैरना संभव है। वहीं पत्थर को देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है।

चरवाहे पत्थर को निकालकर गांव ले आए और ग्राम प्रधान को सूचना दी। अहमलपुर ग्राम पंचायत के गांव प्रधान नितिन पांडेय ने पानी में तैरने वाले पत्थर को अपने सुपुर्द ले लिया। उन्होंने टब में पानी भरकर पत्थर डाला तो वह तैरता रहा। यह देखकर ग्रामीण हैरत में पड़ गए।

जिस किसी को भी इसकी जानकारी मिली, वह इस पत्थर को देखने चला आया। प्रधान ने बताया कि इस अद्भुत पत्थर को वह कुसमरा रामलीला स्थित हनुमान मंदिर पर एक कुंडी बनवाकर उसमें रखेंगे, जहां पूजा पाठ होगा।