Edited By Purnima Singh,Updated: 08 Jul, 2025 06:46 PM

धर्म नगरी वाराणसी से चिंताजनक खबर सामने आई है। यहां स्टूडेंट्स और युवा एचआईवी संक्रमित आंकड़ों ने सभी को चौंका दिया है। अकेले दीनदयाल राजकीय अस्पताल परिसर स्थित एआरटी (एंटी रेट्रोवायरल थेरेपी) सेंटर में पिछले तीन महीने में 56 एचआईवी संक्रमित मरीज...
वाराणसी : धर्म नगरी वाराणसी से चिंताजनक खबर सामने आई है। यहां स्टूडेंट्स और युवा एचआईवी संक्रमित आंकड़ों ने सभी को चौंका दिया है। अकेले दीनदयाल राजकीय अस्पताल परिसर स्थित एआरटी (एंटी रेट्रोवायरल थेरेपी) सेंटर में पिछले तीन महीने में 56 एचआईवी संक्रमित मरीज मिले हैं। इनमें करीब 20 युवा हैं और इन युवाओं में करीब 15 छात्र-छात्राएं हैं। इस आंकड़े ने सभी को हैरत में डाल दिया है।
संक्रमित होने वालों में ज्यादा लड़के
ये सभी एचआईवी संक्रमित मरीज शहर के किसी न किसी विश्वविद्यालय में स्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं, या फिर दूसरे शहरों से जिले में आकर कंपटीशन की तैयारी कर रहे हैं। अधिकतर लोगों को एचआईवी होने के पीछे की वजह सेक्स की लत और उसमें की हुई गलतियां निकल कर सामने आई हैं। डॉक्टरों के अनुसार अधिकतर छात्र असुरक्षित यौन संबंध के चलते संक्रमित हुए, तो वहीं कुछ युवा एक ही सिरिंज से कई लोगों के एक साथ नशा लेने के कारण इसकी चपेट में आए हैं। बता दें कि संक्रमित होने वालों में लड़के ज्यादा हैं।
डॉ. प्रीति ने बताई HIV के पीछे की वजह
दीनदयाल अस्पताल के एआरटी सेंटर की चिकित्साधिकारी डॉ. प्रीति अग्रवाल ने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक, अप्रैल में 22, मई में 20 और जून में 14 मामले अकेले राजकीय अस्पताल में सामने आए हैं। एआरटी सेंटर में प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीजों की जांच के साथ उनकी काउंसलिंग की जा रही है। रिपोर्ट संक्रमित आने पर उन्हें दवाएं दी जा रही हैं। इनमें कुछ लोग खुद आ रहे हैं तो कुछ को डॉक्टर ही जांच लिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि एचआईवी अब लाइलाज बीमारी नहीं है। समय पर इलाज और दवा से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।