जौनपुर मेडिकल कॉलेज के निर्माण में 334 करोड़ का घोटाला, परियोजना प्रबंधक सहित 6 अधिकारियों के खिलाफ FIR

Edited By Ajay kumar,Updated: 29 Jul, 2023 05:42 PM

334 crore scam in the construction of jaunpur medical college

: जौनपुर जिले के सिद्धीकपुर के निर्माणाधीन उमानाथ सिंह राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) में करोड़ों के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है।

जौनपुर: जौनपुर जिले के सिद्धीकपुर के निर्माणाधीन उमानाथ सिंह राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) में करोड़ों के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। इस पर सतर्कता विभाग की प्रयागराज इकाई ने तत्कालीन परियोजना प्रबंधक समेत छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई निर्माणाधीन एजेंसी राजकीय निर्माण निगम और टाटा प्रोजेक्ट के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ की गई है।

बिना टेंडर किए 334.38 करोड़ रुपये की हुई हेराफेरी  
सूत्रों के अनुसार उमानाथ सिंह राज्य चिकित्सा महाविद्यालय का निर्माण कार्य समय से न पूरा होने और निर्माण एजेंसियों द्वारा बार-बार बजट को बढ़ाने की मांग को लेकर जांच कराई गई। इसमें सतर्कता अधिष्ठान प्रयागराज की ओर से एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज में नियमों को ताक पर रखकर भुगतान किए गए हैं। इसमें 334.38 करोड़ रुपये का बिना टेंडर किए हेराफेरी की गयी है। इस मामले में जांच के दौरान तत्कालीन परियोजना प्रबंधक आरपी सिंह और तत्कालीन अपर परियोजना प्रबंधक पीएन सिंह की संलिप्तता पाई गई है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक कार्य में 23.45 लाख रुपये अपर परियोजना प्रबंधक विद्युत इकाई वाराणसी मनोज कुमार यादव ने हेराफेरी करके खर्च किए हैं। इसमें काफी अनियमितता पाई गई। इस तरह निर्माण कार्य में मानक के विपरीत गुणवत्ताहीन सामानों का प्रयोग करना, परियोजना की लागत बढ़वा कर अनुचित लाभ लेना और अन्य काफी हेराफेरी पाई गई।

भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज
जांच में राजकीय निर्माण निगम के तत्कालीन परियोजना प्रबंधक राजेंद्र प्रताप सिंह ग्राम कुशहा पोस्ट अदलपुरा कोतवाली मिर्जापुर, अपर परियोजना प्रबंधक पदनाथ सिंह आसिफ गंज आजमगढ़, तत्कालीन. नोडल अधिकारी डॉ. शिव प्रकाश ग्राम मुरारा पोस्ट पधारा फतेहपुर, तत्कालीन अपर परियोजना प्रबंधक इलेक्ट्रिकल मनोज कुमार यादव ग्राम रामगांव पोस्ट पलही पट्टी, सिंधोरा वाराणसी, तत्कालीन लेखाकार ज्ञान प्रकाश सिंह ग्राम जोखत पोस्ट खीरी प्रयागराज एवं टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड के प्रबंधक मोहम्मद इंतिखाब आलम निवासी न्यू हैदरगंज अमन विहार कैम्बेल रोड लखनऊ को दोषी पाया गया है। इन सभी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। जौनपुर खबर, उमानाथ सिंह राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, करोड़ों के भ्रष्टाचार, प्रबंधक समेत छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज, बिना टेंडर हेराफेरी, यूपी लेटेस्ट न्यूज, यूपी हिंदी न्यूज, यूपी क्राइम न्यूज जौनपुर: जौनपुर जिले के सिद्धीकपुर के निर्माणाधीन उमानाथ सिंह राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) में करोड़ों के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। इस पर सतर्कता विभाग की प्रयागराज इकाई ने तत्कालीन परियोजना प्रबंधक समेत छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई निर्माणाधीन एजेंसी राजकीय निर्माण निगम और टाटा प्रोजेक्ट के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ की गई है।

बिना टेंडर किए 334.38 करोड़ रुपये की हुई हेराफेरी
सूत्रों के अनुसार उमानाथ सिंह राज्य चिकित्सा महाविद्यालय का निर्माण कार्य समय से न पूरा होने और निर्माण एजेंसियों द्वारा बार-बार बजट को बढ़ाने की मांग को लेकर जांच कराई गई। इसमें सतर्कता अधिष्ठान प्रयागराज की ओर से एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज में नियमों को ताक पर रखकर भुगतान किए गए हैं। इसमें 334.38 करोड़ रुपये का बिना टेंडर किए हेराफेरी की गयी है। इस मामले में जांच के दौरान तत्कालीन परियोजना प्रबंधक आरपी सिंह और तत्कालीन अपर परियोजना प्रबंधक पीएन सिंह की संलिप्तता पाई गई है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक कार्य में 23.45 लाख रुपये अपर परियोजना प्रबंधक विद्युत इकाई वाराणसी मनोज कुमार यादव ने हेराफेरी करके खर्च किए हैं। इसमें काफी अनियमितता पाई गई। इस तरह निर्माण कार्य में मानक के विपरीत गुणवत्ताहीन सामानों का प्रयोग करना, परियोजना की लागत बढ़वा कर अनुचित लाभ लेना और अन्य काफी हेराफेरी पाई गई।

भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज
जांच में राजकीय निर्माण निगम के तत्कालीन परियोजना प्रबंधक राजेंद्र प्रताप सिंह ग्राम कुशहा पोस्ट अदलपुरा कोतवाली मिर्जापुर, अपर परियोजना प्रबंधक पदनाथ सिंह आसिफ गंज आजमगढ़, तत्कालीन. नोडल अधिकारी डॉ. शिव प्रकाश ग्राम मुरारा पोस्ट पधारा फतेहपुर, तत्कालीन अपर परियोजना प्रबंधक इलेक्ट्रिकल मनोज कुमार यादव ग्राम रामगांव पोस्ट पलही पट्टी, सिंधोरा वाराणसी, तत्कालीन लेखाकार ज्ञान प्रकाश सिंह ग्राम जोखत पोस्ट खीरी प्रयागराज एवं टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड के प्रबंधक मोहम्मद इंतिखाब आलम निवासी न्यू हैदरगंज अमन विहार कैम्बेल रोड लखनऊ को दोषी पाया गया है। इन सभी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

 

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