Edited By Purnima Singh,Updated: 09 May, 2025 07:46 PM

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में शहीद हुए नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल को लोग सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल कर रहे हैं ......
लखनऊ : जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में शहीद हुए नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल को लोग सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल कर रहे हैं। हिमांशी को भारी ट्रोलिंग का सामना इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि आतंकी हमले के बाद हिमांशी ने ये बयान दिया था कि जो लोग मेरे पति की मौत के ज़िम्मेदार हैं, उन्हें सज़ा मिलनी चाहिए, लेकिन इसकी आड़ में सभी कश्मीरियों और मुस्लिमों को निशाना बनाना सही नहीं है।”
क्या है पूरा मामला?
हिमांशी द्वारा मुस्लिमों और कश्मीरियों को लेकर दिए गए इस बयान के बाद सोशल मीडिया यूज़र्स ने उनकी नीयत पर सवाल उठाने शुरू कर दिए। कुछ यूज़र्स ने उनके सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला और वहां से एक कश्मीरी युवक के साथ उनकी तस्वीर शेयर कर सवाल उठाने शुरू कर दिए। इस तस्वीर को लेकर यूज़र्स ने दावा किया कि वे कश्मीरी लड़कों के संपर्क में थीं। साथ ही कहा गया कि इतनी जल्दी वह सोशल मीडिया पर सक्रिय कैसे हो सकती हैं?
फॉलो लिस्ट में गाज़ा, ईरान, सीरिया के लोग
कश्मीरी युवक के साथ हिमांशी की तस्वीर सामने आने के बाद एक यूज़र ने लिखा-“किसी लड़की का पति शहीद हो जाता है और वो रात 1 बजे तक इंस्टाग्राम चला रही है? फिर उसके फॉलो लिस्ट में गाज़ा, ईरान, सीरिया तक के लोग क्यों हैं?”
एनआईए जांच की मांग
कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने तो इस मामले की जांच के लिए एनआईए (NIA) से अपील कर कर दी। उन्होंने कहा कि हिमांशी नरवाल के सोशल मीडिया अकाउंट्स की फॉरेंसिक जांच कराई जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके। हालांकि, इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
'हर महिला की गरिमा का सम्मान करें'
इस ट्रोलिंग पर प्रतिक्रिया देते हुए महिला आयोग ने कहा कि लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की शहादत के बाद उनकी पत्नी हिमांशी के बयान को जिस तरह से सोशल मीडिया पर उछाला जा रहा है और आलोचना की जा रही है, वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। किसी की बात से असहमति हो सकती है, लेकिन उसे संविधानिक मर्यादाओं में रहकर व्यक्त किया जाना चाहिए। किसी भी महिला की गरिमा और सम्मान महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने नागरिकों से अपील की कि वे अपनी भावनाएं संवैधानिक दायरे में रहकर व्यक्त करें और संयम बरतें।