Edited By Ajay kumar,Updated: 19 Oct, 2019 11:24 AM
झारखंड में उग्रवाद शुरु से ही अपनी चरम सीमा पर रहा है। जिससे झारखंड को कई मुसीबतों का सामना करना पड़ा है। राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शुक्रवार को हुए नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में अपनी बातों से लोगों को अपनी सरकार पर भरोसा दिलाया।
रांचीः झारखंड में उग्रवाद शुरु से ही अपनी चरम सीमा पर रहा है। जिससे झारखंड को कई मुसीबतों का सामना करना पड़ा है। राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शुक्रवार को हुए नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में अपनी बातों से लोगों को अपनी सरकार पर भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का शुरू से ही उग्रवाद के प्रति रुख काफी कड़ा रहा है। इस कारण राज्य में उग्रवाद अब अपने अंतिम चरण में है।
मुख्यमंत्री ने राज्य के कारा अस्पतालों में पारा मेडिकल स्टाफ के 85 पदों के लिए चयनित प्रत्याशियों को नियुक्ति पत्र दिया। उन्होंने कहा कि राज्य के जेलों में बंद कैदियों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है। इसलिए आज 85 पारा चिकित्सा कर्मियों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। ये नियुक्तियां आरक्षी, नर्स, कंपाउंडर, फार्मासिस्ट और एक्स-रे टेक्नीशियन के पदों के लिए हुई हैं।
दास ने उग्रवाद के संदर्भ में कहा कि आने वाले समय में पुलिस और जनता के आपसी सहयोग से झारखंड को पूरी तरह उग्रवाद मुक्त बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले कुछ वर्षों में हम उग्रवाद मुक्त झारखंड का निर्माण कर सकेंगे। उग्रवाद से निपटने में हमारे कई वीर जवानों और बेकसूर लोगों को भी प्राणों की आहुति देनी पड़ी है। उग्रवादी हिंसा में मारे गए निर्दोष सामान्य नागरिकों के आश्रितों को उनका हक देना सरकार की जिम्मेदारी है। इन सभी दायित्वों को राज्य सरकार का गृह विभाग निष्ठापूर्वक निभा रहा है।