Edited By Nitika,Updated: 25 Aug, 2019 05:51 PM
गुरु और शिष्य का रिश्ता एक बहुत ही पवित्र रिश्ता माना जाता था। इस रिश्ते में गुरु अपने शिष्यों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कई तरह की रहन-सहन की जरुरी बातें सिखाता है।
उत्तरकाशीः गुरु और शिष्य का रिश्ता एक बहुत ही पवित्र रिश्ता माना जाता था। इस रिश्ते में गुरु अपने शिष्यों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कई तरह की रहन-सहन की जरुरी बातें सिखाता है। वहीं जब शिक्षक की विदाई होती है तो माहौल गमगीन हो जाता है लेकिन उत्तराखंड के इस शिक्षक जैसी विदाई आपने कहीं नहीं देखी होगी, जिसमें बच्चों के साथ पूरा गांव भी रो पड़ा। इस विदाई की तस्वीरें दिल को छू लेने वाली हैं।
जानकारी के अनुसार, यह अनोखी विदाई उत्तरकाशी के जीआईसी भंकोली के शिक्षक आशीष डंगवाल की है, जिसमें तस्वीरें बयां करती है कि आशीष न सिर्फ एक अच्छे शिक्षक की भूमिका निभा रहे हैं, बल्कि समाज के प्रति अपने दायित्यों का सफल निर्वहन कर रहे हैं। इनकी विदाई पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ट्वीट कर कहा कि शिक्षक आशीष आज के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
वहीं शिक्षक आशीष ने विदाई समारोह को लेकर एक पोस्ट लिखी। उन्होंने लिखा कि मेरी प्यारी केलसु घाटी, आपके प्यार, आपके लगाव ,आपके सम्मान, आपके अपनेपन के आगे, मेरे हर एक शब्द फीके हैं। उन्होंने लिखा कि आप सब लोगों का तहेदिन से शुक्रियादा करता हूं। मेरे प्यारे बच्चों हमेशा मुस्कुराते रहना। आप लोगों की बहुत याद आएगी।