Edited By Nitika,Updated: 02 Aug, 2020 06:46 PM
5 अगस्त को अयोध्या में रामलला मंदिर का भूमि पूजन होने जा रहा है। इसके लिए धर्मनगरी हरिद्वार से अयोध्या के लिए संतों का जत्था गंगाजल सहित उत्तराखंड की विभिन्न पावन नदियों का जल और रेत मिट्टी लेकर रवाना हुआ।
हरिद्वारः 5 अगस्त को अयोध्या में रामलला मंदिर का भूमि पूजन होने जा रहा है। इसके लिए धर्मनगरी हरिद्वार से अयोध्या के लिए संतों का जत्था गंगाजल सहित उत्तराखंड की विभिन्न पावन नदियों का जल और रेत मिट्टी लेकर रवाना हुआ।
साधु संत चारों धामों गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गोमुख की मिट्टी और गंगा, भागीरथी, अलकनंदा, सरस्वती, मंदाकिनी, नंदाकिनी, पिंडर, महाकाली नदी, हेमकुंड साहिब के पवित्र सरोवर का जल सहित उत्तराखंड की विभिन्न नदियों काजल और रेत लेकर और मिट्टी लेकर रवाना हुए। साध्वी ऋतंभरा के गुरु और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी पंचायती निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर युगपुरुष स्वामी परमानंद गिरी की अगुवाई में साधुओं का एक दल अयोध्या के लिए रवाना हुआ। यह दल विभिन्न नदियों के जल और रेत के साथ उत्तराखंड के कोटद्वार क्षेत्र में भरत की जन्मस्थली की मिट्टी लेकर रवाना हुआ। इस अवसर पर नदियों के जल और मिट्टी की पूजा-अर्चना की गई |
महामंडलेश्वर परमानंद गिरि ने बताया कि हम लोगों को बेहद खुशी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साधक हैं, साधु हैं और उनके पवित्र हाथों से राम जन्मभूमि मंदिर की नींव रखी जा रही है। राम मंदिर के आंदोलन को लेकर धर्म नगरी हरिद्वार में ही कई साधो संतो की अहम बैठके हुई है।