Edited By Nitika,Updated: 20 Sep, 2019 01:13 PM
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में 7 साल बाद भी ग्रामीण आपदा की मार झेल रहे हैं। इसके साथ ही बच्चों के द्वारा खतरनाक रास्तों को पार कर स्कूल पहुंचा जा रहा है। वहीं जहां एक तरफ सरकार विकास के बड़े-बड़े दावे करती है, वहीं दूसरी तरफ धरातल पर हालात कुछ और...
उत्तरकाशीः उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में 7 साल बाद भी ग्रामीण आपदा की मार झेल रहे हैं। इसके साथ ही बच्चों के द्वारा खतरनाक रास्तों को पार कर स्कूल पहुंचा जा रहा है। वहीं जहां एक तरफ सरकार विकास के बड़े-बड़े दावे करती है, वहीं दूसरी तरफ धरातल पर हालात कुछ और ही है।
जानकारी के अनुसार, उत्तरकाशी जिले में स्थित अस्सी गंगा घाट के आसपास स्थित दर्जनों गांव के लोग पिछले 7 साल से पैदल रास्तों को पार कर रहे हैं। इसके साथ ही स्कूली बच्चे खतरनाक रास्तों से सफर कर प्रत्येक दिन आवागमन करने को मजबूर हैं। वहीं भंकोली गांव में पशुपालन, उद्यान, स्वास्थ्य सहित 11 विभिन्न विभागों की शाखाएं भी हैं लेकिन 2012-13 की प्राकृतिक आपदा के बाद से भंकोली जाने के रास्ते बेहद ही खराब हो चुके हैं।
इतना ही नहीं सेकू से जाने वाले बच्चे किसी तरह पहले संगमचट्टी पहुंचते हैं। इसके बाद बच्चे भंकोली पढ़ने जाते समय जोखिम भरे रास्तों में बड़ी मशक्कत करके किसी तरह स्कूल पहुंचते हैं। बता दें कि गांव में बीमार बच्चों, बुजुर्ग व्यक्तियों और प्रसव वाली महिलाओं को इन क्षतिग्रस्त रास्तों से संगमचट्टी और उत्तरकाशी जिला अस्पताल पहुंचाना काफी मुश्किल हो जाता है।