Edited By Harman Kaur,Updated: 24 Dec, 2023 02:36 PM

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया वाराणसी दौरे में उनसे संवाद कर सुर्खियों में आईं ‘‘लखपति दीदी'' के नाम से मशहूर चंदा देवी का कहना है कि प्रधानमंत्री की प्रशंसा ने सरकारी योजनाओं का उपयोग करने वाली साथी बहनों के....
लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया वाराणसी दौरे में उनसे संवाद कर सुर्खियों में आईं ‘‘लखपति दीदी'' के नाम से मशहूर चंदा देवी का कहना है कि प्रधानमंत्री की प्रशंसा ने सरकारी योजनाओं का उपयोग करने वाली साथी बहनों के उत्थान के लिए काम करने के उनके संकल्प को और मजबूत किया है।
PM मोदी का चंदा देवी को चुनाव लड़ने का प्रस्ताव
सरकारी योजनाओं से परिवार की जीवन शैली और किस्मत बदलने वाली मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के सेवापुरी विकास खंड के रामपुर गांव की निवासी चंदा देवी (35) के आत्मविश्वास और उनके धारा प्रवाह भाषण की शैली की प्रधानमंत्री ने सराहना की थी। चंदा देवी ने तब लोगों का और ज्यादा ध्यान आकर्षित किया जब मोदी ने उनसे पूछा कि ‘आप इतना बढ़िया भाषण दे रही हो, क्या चुनाव लड़ोगी?'। चंदा देवी ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वह प्रधानमंत्री से आमने-सामने बातचीत करेंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 18 दिसंबर को ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा' के तहत बरकी ग्राम सभा में विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद करते हुए चंदा देवी से सबसे ज्यादा देर तक बात की और बाद में रैली को संबोधित करते हुए भी उनकी सराहना की।
चंदा देवी की PM मोदी से बातचीत
रैली में मोदी ने कहा, ‘‘आज अभी यहीं हमारी एक बहन चंदा देवी का मैंने भाषण सुना, इतना बढ़िया भाषण था, यानी मैं कहता हूं बड़े-बड़े लोग भी ऐसा भाषण नहीं कर सकते।'' चंदा देवी ने बातचीत में कहा, ‘‘चुनाव लड़ने के लिए कहे जाने की बात तो दूर मैंने तो प्रधानमंत्री से मिलने के बारे में भी सपने में नहीं सोचा था। यह मेरे लिए बहुत गर्व की बात है कि मैं उनसे मिली और आठ से नौ मिनट तक बातचीत करने का मौका भी मिला।'' चंदा देवी के आत्मविश्वास और वाक्पटुता से प्रभावित होकर प्रधानमंत्री ने उनसे उनकी शैक्षिक पृष्ठभूमि के बारे में पूछा और यह भी पूछा कि ‘क्या इतना बढ़िया भाषण दे रही हो, क्या कभी चुनाव लड़ी हो?' उनके नहीं कहने पर मोदी ने पूछा कि ‘क्या भविष्य में चुनाव लड़ोगी'?, इस पर चंदा देवी ने इनकार किया।

PM द्वारा मेरी प्रशंसा करना और चुनाव लड़ने के लिए कहना उनकी महानता को दर्शाता है: चंदा देवी
चंदा देवी पिछले एक दशक से ‘राधा महिला सहायता समूह' से जुड़ी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं ‘राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन' से जुड़ने के बाद आत्मनिर्भर बन गई हूं और अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही हूं। ‘बैंक सखी' के रूप में काम करके मैंने अपनी एक अलग पहचान बनाई है।'' उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री द्वारा मेरी प्रशंसा करना और चुनाव लड़ने के लिए कहना उनकी महानता को दर्शाता है। उनके इस कदम से मुझे बहुत खुशी और संतुष्टि हुई है। इससे मेरी साथी बहनों और मेरे परिवार की जीवनशैली को और बेहतर बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने का मेरा संकल्प और मजबूत हुआ है।''
कैसे बनीं चंदा देवी लखपति दीदी?
चंदा ने बताया कि उनके परिवार में कुल पांच सदस्य हैं और समूह से जुड़ने से पहले उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, इसलिए उनका रहन-सहन, खान-पान, शिक्षा व्यवस्था ठीक नहीं थी। चंदा देवी ने कहा कि एक दीदी ने उन्हें समूह के बारे में जानकारी दी और इस समूह से जुड़कर 15 हजार रुपए कर्ज लेकर सब्जी की खेती शुरू की और उन्हें 30 हजार रुपए मुनाफा हुआ। जैसे-जैसे उनकी खेती ने लाभ देना शुरू किया, उनकी आर्थिक और रहने की स्थिति में सुधार हुआ। उन्होंने एक ‘बैंक सखी' के रूप में भी काम करना शुरू किया, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में और सुधार हुआ और वह आत्मनिर्भर बनीं। उन्होंने कहा कि अब वह सालाना 1.30 लाख रुपए बचाती हैं और ‘लखपति दीदी' बन गई हैं और चाहती हैं कि सरकार महिला सशक्तिकरण को और बढ़ावा दे।