Edited By Mamta Yadav,Updated: 05 Nov, 2025 08:46 PM

Varanasi Dev Diwali: कार्तिक पूर्णिमा की रात काशी ने एक बार फिर अद्भुत और दिव्य नजारा पेश किया। गंगा तट पर करीब 20 लाख दीपों की स्वर्णिम आभा ने ऐसा दृश्य बनाया कि मानो धरती पर स्वर्ग उतर आया हो। नमो घाट से लेकर अस्सी घाट तक हर जगह दीपों की कतारें,...
Varanasi Dev Diwali: कार्तिक पूर्णिमा की रात काशी ने एक बार फिर अद्भुत और दिव्य नजारा पेश किया। गंगा तट पर करीब 20 लाख दीपों की स्वर्णिम आभा ने ऐसा दृश्य बनाया कि मानो धरती पर स्वर्ग उतर आया हो। नमो घाट से लेकर अस्सी घाट तक हर जगह दीपों की कतारें, रंगोली, संगीत और आरती की गूंज से पूरा शहर आस्था और सौंदर्य में डूबा नजर आया। शाम 5:30 बजे जैसे ही पहला दीया जला, देखते ही देखते सभी 88 घाटों और 96 कुंडों पर दीयों की श्रृंखला शुरू हो गई। गंगा पार रेती पर तीन लाख दीये और वरुणा नदी के तट पर 50 हजार दीये जलाए गए।

मंत्रियों संग मुख्यमंत्री ने की देव दीपावली का अवलोकन/ Varanasi Dev Diwali
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रिमंडल के कई सहयोगियों, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह सहित, क्रूज़ के जरिए नमो घाट से अस्सी घाट तक घाटों की सुंदरता का अवलोकन किया। इस दौरान घाटों को झालरों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया था, जबकि हर घाट की थीम अलग रखी गई कहीं भगवान शिव की झांकी, तो कहीं “आई लव काशी” की चमक।

विशेष आरती और श्रद्धा का उत्सव/ Varanasi Dev Diwali
नमो घाट, दशाश्वमेध घाट, शीतला घाट और अस्सी घाट पर विशेष गंगा आरती हुई। नमो घाट पर यह पहली बार देव दीवाली के अवसर पर आयोजित की गई। आरती शाम 6 बजे से 6:50 बजे तक चली, जिसमें 21 अर्चक और 42 देव कन्याओं ने पारंपरिक विधि से पूजा-अर्चना की।
- दशाश्वमेध घाट की गंगा महाआरती “ऑपरेशन सिंदूर” को समर्पित थी।
- गंगोत्री सेवा समिति की आरती पहलगाम में शहीद जवानों को समर्पित की गई।
- अस्सी घाट पर आरती महिला क्रिकेट टीम को समर्पित रही, जिन्होंने हाल ही में विश्व कप जीता था।
- पांडेय घाट पर ‘आई लव काशी’ की थीम लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी।
लेजर शो बना आकर्षण का केंद्र/ Varanasi Dev Diwali
चेत सिंह घाट पर इस बार लेजर शो ने सबका दिल जीत लिया। तीन चरणों में हुए इस शो में भगवान शिव से जुड़ी पौराणिक कथाओं को आधुनिक तकनीक से प्रदर्शित किया गया।
पहला शो: 6:15 से 6:45 बजे तक
दूसरा शो: 7:15 से 7:45 बजे तक
तीसरा शो: 8:15 से 8:45 बजे तक
वहीं, ललिता घाट के सामने हुई ग्रीन आतिशबाजी ने पूरी रात को और अधिक रोमांचक बना दिया।
श्रद्धालुओं का जनसैलाब/ Varanasi Dev Diwali
अनुमान के मुताबिक, इस बार देव दीवाली का अद्भुत नजारा देखने के लिए 20 लाख से अधिक श्रद्धालु और पर्यटक काशी पहुंचे। गंगा तट पर फैली दीपमालाओं और मंत्रोच्चार की गूंज ने माहौल को पूरी तरह आध्यात्मिक बना दिया।