Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 30 Jul, 2020 08:21 AM
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे पर होने वाली दुर्घटनाओं के प्रभावी रोकथाम के लिए बुधवार को नयी मानक
लखनऊः उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे पर होने वाली दुर्घटनाओं के प्रभावी रोकथाम के लिए बुधवार को नयी मानक संचालन प्रक्रिया जारी की गई।
UPSRTC के प्रबंध निदेशक राजशेखर ने बुधवार को बताया कि आगरा और यमुना एक्सप्रेसवे पर होने वाली दुर्घटनाओं के प्रभावी रोकथाम के लिये पिछले तीन साल में हुई सड़क दुर्घटनाओं के अध्ययन के बाद परिवहन निगम बसों के संचालन के लिये नयी मानक संचालन प्रक्रिया लायी गई है। उन्होंने कहा कि नयी मानक संचालन प्रक्रिया के जरिये उप्र उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम की योजना इस वित्तीय वर्ष में एक्सप्रेस वे पर दुर्घटनाओं और उनसे होने वाली मौतो की संख्या कम से कम तीस प्रतिशत तक कम करने की है । इसके अनुसार एक्सप्रेस वे पर परिवहन निगम द्वारा 'ए' श्रेणी की बसें ही इस मार्ग पर संचालित की जायेंगी और संचालित बसों में ऐसे चालकों की डयूटी लगायी जायेंगी जिनका विगत पांच वर्षों का संचालन एवं सुरक्षित संचालन का रिकार्ड अच्छा रहा हो।
राजशेखर ने बताया कि एक्सप्रेस वे पर संचालित बसों के ओवर स्पीडिंग एवं दुर्घटनाओं का मासिक डाटा यूपीडा (यूपी एक्सप्रेसवे डेवलपमेंट अथारिटी) और यमुना एक्सप्रेसवे के दुर्घटना रोकथाम इकाई से प्राप्त करके अध्ययन उपरान्त आवश्यक कार्यवाही की जायेगी । यूपीडा द्वारा दिये गये सुझाव पर लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे पर संचालित सभी बसें लखनऊ से प्रथम टोल प्लाजा के उपरान्त सड़क किनारे बने कनवीयन सेंटर (विश्रामग्रह) पर 10 मिनट के लिये यात्रियों को प्रसाधन एवं स्वल्पहार के लिये रूकेंगी । यह व्यवस्था आगरा से लखनऊ वापसी पर आने वाली बसों पर भी सुनिश्चित की जायेंगी । उन्होंने बताया कि एक्सप्रेसवे पर चौबीसां घंटे उड़न दस्ते की तैनाती की जायेंगी जिनके द्वारा निगरानी की व्यवस्था सुनिश्वित की जायेंगी ।