Edited By Pooja Gill,Updated: 16 Sep, 2023 12:01 PM

UP News: उत्तर प्रदेश के पशुपालन विभाग में पशुओं के लिए दवा एवं अन्य सामग्री की खरीद में करोड़ों का घोटाला सामने आया। इसके बाद इस मामले की पूरी जांच की गई और अब इस घोटाले में विभाग के पूर्व निदेशक डा. इंद्रमणि के खिलाफ अनुशासनिक...
UP News: उत्तर प्रदेश के पशुपालन विभाग में पशुओं के लिए दवा एवं अन्य सामग्री की खरीद में करोड़ों का घोटाला सामने आया। इसके बाद इस मामले की पूरी जांच की गई और अब इस घोटाले में विभाग के पूर्व निदेशक डा. इंद्रमणि के खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही की जाएगी। इसके निर्देश अपर मुख्य सचिव पशुपालन डा. रजनीश दुबे ने जारी किए है।

बता दें कि यह घोटाला 2021-22 में राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम योजना के अंतर्गत सामान की खरीद में हुआ था। खरीद में गड़बड़ी के बाद इसकी जांच की जिम्मेदारी समन्वय विभाग के विशेष सचिव को सौंपी गई। उन्होंने घोटाले की पूरी जांच की। जांच में पता चला कि जुलाई महीने तक ही 65 करोड़ में से करीब 50 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए थे। इसमें मास्क आदि ज्यादा दामों पर खरीदे गए। कोल्ड बॉक्स (वैक्सीन कैरियर) के दामों को भी बढ़ी दर पर खरीदा गया। जो कोल्ड बॉक्स जम्मू में 59000 रुपये में, मध्य प्रदेश में 47250 रुपये प्रति पीस की दर पर खरीदे गए थे वे यूपी में 127770 रुपये की दर पर खरीदे गए।
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इसके अलावा एक ही सामान को दो बार अलग-अलग दरों पर खरीदा गया। राजधानी इंटरप्राइजेज से वैक्सीन कैरियर की आपूर्ति हुई। वहीं, टेंडर प्रक्रिया में भी धांधली की गई। सभी सामान की खरीद तत्कालीन निदेशक रोग नियंत्रण डॉ आरपी सिंह और डॉ इंद्रमणि के कार्यकाल में की गई। उस समय जेम बायर डॉ जेपी वर्मा रहे। जांच के बाद इस मामले में तीन निदेशकों (रोग नियंत्रक) इंद्रमणि, जिलेदार सिंह, जीवन दत्त एवं अपर निदेशक जेपी वर्मा का नाम सामने आया था। अब निदेशक डा. इंद्रमणि के खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। जल्द उन पर कार्रवाई की जाएगी।