Edited By Pooja Gill,Updated: 14 Apr, 2023 03:29 PM

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में शासन ने पहली बार किसानों की सिंचाई समस्याओं को नजदीक से जानने के लिए रोजाना फोन से राजकीय नलकूप के अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता को दस-दस किसानों से फोन कर उनसे राजकीय नलकूपों से संबंधित...
हमीरपुरः उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में शासन ने पहली बार किसानों की सिंचाई समस्याओं को नजदीक से जानने के लिए रोजाना फोन से राजकीय नलकूप के अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता को दस-दस किसानों से फोन कर उनसे राजकीय नलकूपों से संबंधित समस्याएं जानकारी कर रिपोर्ट शासन को अवगत कराने को कहा है। जिले में धीरे धीरे राजकीय नलकूपों सें संबंधित समस्याएं दूर दूर होती जा रही है।

राजकीय नलकूप के अधिशासी अभियंता अनिल कुमार श्रीवास्तव ने आज बताया कि प्रदेश में राजकीय नलकूपों से ज्यादातर किसान पीड़ति रहते थे,कई नलकूपों में बिजली समस्या,तकनीकि समस्याओं से राजकीय नलकूप बंद रहते थे। बु्ंदेलखंड में बरसात में नलकूप बंद होने से ज्यादातर नलकूपों के ट्रांसफार्मर न केबल ,स्टाटर्र चोरी हो जाते थे, जिसकी पुलिस रिपोर्ट नही लिखती थी। जिस कारण नलकूपों का सामान स्टोर से उपलब्ध नही हो पाता था और सिंचाई के पीक सीजन में सैकड़ो राजकीय नलकूप बंद रहते थे। परिणाम स्वरूप किसानों की फसलें सूख जाती थी जिससे कई गांवों में किसान आत्महत्या कर लेता था।
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कई गांवो में राजकीय नलकूपों में चालक मनमानी करता था कई गांवों में दबंग राजकीय नलकूप को अपनी बपौती समझ उसमे कब्जा कर लेते थे गरीब किसान मन मार कर रह जाता था। जिससे किसानों की सिंचाई समस्याएं दूर होने के बजाय बढ़ती जाती थी। इससे उनके उत्पादन में असर पडता था। यही नहीं किसान नलकूप चालक को राजकीय नलकूप बंद होने के बारे में बताने के बाद भी नलकूप ठीक नहीं होता था,सिंचाई को लेकर किसानों में मारपीट व सिर फुटव्वल होता था। इन्हीं तमाम समस्याओं को देखते हुए सरकार ने हरेक राजकीय नलकूप के अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता को रोजाना दोनों अधिकारी दस दस किसानों से नलकूपों की समस्या व सिंचाई के बारे में जानकारी करेगा यह कार्यक्रम एक सप्ताह से चल रहा है।
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अब तक करीब डेढ़ सौ किसानों से जानकारी ली जा चुकी है जिले में 559 राजकीय नलकूप स्थापित है। शासन को रोजाना की रिपोर्ट शासन को अपलोड की जा रही है यही नहीं रिपोर्ट में जिस किसान से बात की गयी है उसका मोबाइल नंबर दिया जाता है ताकि विभागीय उच्चाधिकारी संबंधित किसान से क्रॉस चेकिंग कर सके। उच्चाधिकारी कई किसानों से क्रॉस चेकिंग भी कर चुके है। उन्होने बताया कि जब सभी नलकूपों की रिपोटर् किसानों से लेकर शासन को भेज दी जाएगी इसके बाद फिर दूसरे किसानों से रोजाना पूछने का क्रम चलेगा। अधिशासी अभियंता ने बताया कि नलकूप संबंधी समस्त समस्याएं धीरे धीरे दूर हो रही है। किसान सरकार के इस अभियान से बेहद खुश नजर आ रहा है।