Edited By Deepika Rajput,Updated: 21 Apr, 2019 12:34 PM
गोरक्षपीठ के विशेष प्रभुत्व वाले गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी रवि किशन का कहना है कि वह ना तो नेता हैं और ना ही बनना चाहते हैं। मैं रवि किशन बने रहना चाहता हूं क्योंकि इसी वजह से तो लोग मुझे प्यार करते हैं।
लखनऊः उत्तर प्रदेश की गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी रवि किशन का कहना है कि वह ना तो नेता हैं और ना ही बनना चाहते हैं। मैं रवि किशन ही बने रहना चाहता हूं क्योंकि इसी वजह से तो लोग मुझे प्यार करते हैं। उन्होंने कहा कि फिल्मी कलाकारों का राजनीति में आना कोई गुनाह नहीं है। फिल्मों से जुड़े लोग भी अच्छे नेता हो सकते हैं। दक्षिण भारत में इस तरह के बहुत से उदाहरण हैं।
सांसद बनने के बाद गोरखपुर के लिए वह क्या करेंगे ? इस पर उन्होंने कहा कि सच बताऊं तो मुझे समझ में ही नहीं आ रहा है कि मैं गोरखपुर के लोगों से क्या कहूं। योगी बाबा (योगी आदित्यनाथ) ने एक सांसद के रूप में गोरखपुर में इतना विकास कर दिया है कि अब मेरे लिए कुछ करने को बचा ही नहीं है। अगर मैं सांसद चुन लिया गया तो गोरखपुर में फिल्म इंडस्ट्री खड़ी करूंगा। पूर्वांचल के बहुत से युवाओं की अभिनेता बनने की ख्वाहिश है और मैं उनकी इस प्रतिभा के जरिए उन्हें रोजगार दिलाऊंगा।
योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने से पहले 5 बार गोरखपुर सीट से सांसद चुने जा चुके हैं। अक्सर यही देखा गया है कि यहां से गोरक्षपीठ का वरदहस्त प्राप्त प्रत्याशी ही चुनाव जीतता रहा है। गोरक्षपीठ से प्रत्याशी होने के नाते योगी के गढ़ से चुनाव जीतना कितनी बड़ी चुनौती है? इस पर उन्होंने कहा कि कौन कहता है कि मैं मठ का प्रत्याशी नहीं हूं। योगी बाबा ने मुझे चुना है और मुझे उनका आशीर्वाद प्राप्त है। मैं यहां से जीतने के बाद योगी बाबा की खड़ाऊं रख कर काम करूंगा।
पिछले साल हुए गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी की हार और सपा-बसपा गठबंधन के उभार के बारे में पूछे जाने पर किशन ने कहा कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। पिछले उपचुनाव में सपा-बसपा गठबंधन ने पूरी ताकत लगाने के बावजूद बहुत मामूली अंतर से ही जीत हासिल की थी। इस बार जनता प्रधानमंत्री मोदी को दोबारा चुनने के लिए वोट दे रही है, लिहाजा परिणाम बिल्कुल अलग होंगे।