Edited By Anil Kapoor,Updated: 02 Aug, 2025 01:29 PM

Lucknow News: उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के आरोपों में चर्चित छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन के विरुद्ध अब ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। बलरामपुर जिले में स्थित छांगुर के 12 ठिकानों पर ईडी ने छापामार अभियान चलाया। इन...
Lucknow News: उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के आरोपों में चर्चित छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन के विरुद्ध अब ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। बलरामपुर जिले में स्थित छांगुर के 12 ठिकानों पर ईडी ने छापामार अभियान चलाया। इन ठिकानों में उनके मधुपुर आवास और पैतृक गांव शामिल हैं। जांच टीम ने इनके सहयोगियों नवीन और नीतू (नसरीन) से जुड़ी जमीनों की खरीद-फरोख्त पर विशेष ध्यान दिया।
जमीन खरीदारों की भी जांच शुरू
ईडी ने उन लोगों को नोटिस जारी किया है जिन्होंने छांगुर, नवीन व नीतू से जमीनें खरीदी थीं। आरोपियों को आवश्यक दस्तावेजों के साथ लखनऊ ईडी कार्यालय में उपस्थित होने का आदेश दिया गया है।
कौन किस जमीन का विक्रेता है?
दुर्गेश त्रिगुणायक और संतोष त्रिगुणायक (दो भाई)
नीतू की कोठी की जमीन — 5 बीघा 13 बिस्वा, लगभग ₹1.25 करोड़ में बेची थी।
पूर्व प्रधान जुम्मन खान
नवीन को ₹42 लाख में जमीन बेची थी। उन्हें ईडी ने 5 अगस्त को बुलाया गया था।
अन्य शामिल नाम
अफसर अली, इक्तिदा खान, वसीम अहमद, शमीम मलिक, मालिक अली, शहजाद शेख जैसे कई लोग जांच में फंसे हैं, जिन्होंने कुल मिलाकर करीब ₹6 करोड़ की चार जमीनों की डील की।
ईडी की पिछली कार्रवाई
17 जुलाई को ईडी ने छांगुर बाबा और उसके करीबी लोगों के 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी। अब इन सभी लोगों को नोटिस भेजकर लखनऊ ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
उद्देश्य और आगे का कदम
ईडी ने स्पष्ट किया है कि छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों के खिलाफ फंडिंग, अवैध संपत्ति, नेटवर्किंग और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में गहरी जांच की जा रही है। अब दूसरे पक्ष जिन्होंने जमीन बेची उन पर भी जांच करके पूरे नेटवर्क को उजागर करने की कोशिश की जा रही है।